
राजस्थान के अलवर जिले के बडौदामेव थाना क्षेत्र के अंतर्गत मीणाबास में बाइक से 8 वर्षीय लड़की को टक्कर मारने के बाद लोगों की भीड़ ने बाइक सवार युवक योगेश जाटव की बेरहमी से पिटाई कर दी.
युवक गंभीर रूप से घायल हो गया जिसकी देर रात जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने अलवर भरतपुर मार्ग पर बड़ौदा मेव में सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया. करीब 5 घंटे तक जाम लगा रहा. इसके बाद पुलिस द्वारा जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया गया, तब शाम 7 बजे परिजन डेड बॉडी को लेकर गए.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि बड़ौदा मेव थाने के एएसआई इलियास आरोपियों से मिलीभगत कर उन्हें बचाने में जुटा हुआ है. इसलिए एएसआई ओर बड़ौदा मेव थानाधिकारी को निलंबित किया जाए. इसके अलावा परिजनों ने आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है. परिवार के भरण पोषण के लिए 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की मांग की गई है.
इस मामले में यागेश के पिता ने मुकदमा दर्ज कराया था कि रसीद पुत्र नामालूम, साजेत पठान, मुबीना पत्नी नामालूम तथा अन्य चार लोगों ने योगेश को घेर लिया. इसके बाद लाठी व डंडों से पीटा था. योगेश के कान में खून आने लग गया था. कई अन्य जगह भी चोटें आई थीं.
उसी समय योगेश कोमा में चला गया था. पहले उसे अलवर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां से जयपुर रेफर कर दिया गया था. जयपुर एसएमएस में 18 सितम्बर को उसकी मौत हो गई. अगले दिन 19 सितम्बर को पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंपा गया.
पुलिस के अनुसार यह घटना 15 सितंबर की है. दोनों पक्षों ने बड़ौदा मेव थाने में एक्सीडेंट ओर मारपीट का मामला 17 सितम्बर को दर्ज कराया था. लेकिन घायल युवक योगेश ने 18 सितम्बर की देर रात जयपुर के एसएमएस अस्पताल में दम तोड़ दिया. युवक की मौत के बाद परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज करवाया है. पुलिस ने पूर्व में दर्ज मारपीट के मामले में हत्या की धारा 302 ओर SC-ST एक्ट की धाराएं जोड़ दी हैं.
इस मामले में रामगढ़ के पूर्व विधायक व भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा ने जाति विशेष के लोगों पर पीट-पीट कर हत्या करने (मॉब लिंचिंग) का आरोप लगाया है. ज्ञानदेव आहूजा ने कहा इस मामले में मॉब लिंचिंग की धाराएं भी आरोपियों के खिलाफ लगनी चाहिए. ज्ञानदेव आहूजा ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछते हुए पीड़ित को मुआवजा देने व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.