Advertisement

पाकिस्तान में छप रहे 2 हजार के नकली नोट, सरकार ने नोट बंद करने पर दिया जवाब

गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि हाल ही में नेपाल और भारत में जब्ती के दो मामले सामने आए, जिससे  पाकिस्तान से जाली करेंसी भारत भेजे जाने का खुलासा हुआ.

सरकार ने लोकसभा में बताया-  पाकिस्तान में छप रहे 2 हजार के नकली नोट(फाइल फोटो) सरकार ने लोकसभा में बताया- पाकिस्तान में छप रहे 2 हजार के नकली नोट(फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 10:30 AM IST

पड़ोसी देश पाकिस्तान नकली नोटों की छपाई कर भारत की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की नापाक कोशिश में जुटा है. पाकिस्तान अपने यहां दो हजार रुपये के नकली नोटों की छपाई कर तस्करों के जरिए भारत भेज रहा है. खुद सरकार ने लोकसभा में इस बात को स्वीकार किया है. उधर, जाली मुद्रा नेटवर्क ध्वस्त करने के लिए भविष्य में दो हजार रुपये के नोटों को बंद करने को लेकर हुए सवाल पर सरकार ने कहा है कि अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है.

Advertisement

दरअसल, महराजगंज(यूपी) से बीजेपी सांसद पंकज चौधरी और काराकाट(बिहार) से जदयू सांसद महाबली सिंह ने गृह मंत्री से पूछा था कि क्या सरकार को पड़ोसी देश में दो हजार के जाली नोटों की छपाई की जानकारी है. अगर हां तो सरकार क्या कदम उठा रही है. क्या पिछले एक साल के भीतर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मारे गए किसी आतंकी या घुसपैठिये के पास से जाली मुद्रा बरामद हुई है?

लोकसभा में 23 जुलाई को इस सवाल का जवाब देते हुए गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि हाल ही में नेपाल और भारत में जब्ती के दो मामले सामने आए, जिससे जाली भारतीय नोटों के पाकिस्तान से भारत भेजे जाने का खुलासा हुआ. यह भी पता चला है कि भारत-नेपाल और भारत-बांग्लादेश सीमा सहित सीमा पार से तस्करी के जरिए भारतीय करेंसी भारत में लाए गए.

Advertisement

गृह राज्य मंत्री ने बताया कि सरकार ने देश में नकली नोटों की तस्करी रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं. मसलन नई निगरानी प्रौद्यौगिकी का प्रयोग किया जा रहा है. 24 घंटे निगरानी की जा रही है. अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी चौकियां बनाने के साथ बाड़ लगाने और गहन गश्ती जैसे उपाय किए जा रहे हैं. देश में नकली नोटों की समस्या से निजात पाने के लिए राज्य और केंद्र की सुरक्षा एजेंसियों के बीच खुफिया जानकारियों को साझा करने के लिए गृह मंत्रालय की ओर से भारतीय करेंसी नोट समन्वय समूह(एफसीओआरडी) बनाया गया है.

आतंक की फंडिंग और जाली करेंसी के मामलों की जांच करने के लिए एनआईए में टेरर फंडिंग एंड फेक करेंसी सेल का गठन किया गया है. जाली करेंसी की समस्या से निजात पाने के लिए भारत और बांग्लादेश के बीच एक समझौते पर भी हस्ताक्षर हुए हैं. नेपाल और बांग्लादेश के पुलिस अधिकारियों के लिए ट्रेनिंग कैंप भी हुए हैं. जिससे उन्हें भारतीय मुद्रा की जालसाजी के  बारे में जानकारी दी जा सके.

सरकार ने यह भी बताया कि दो हजार रुपये के नोट बंद करने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है. 20 जून 2018 से 20 जून 2019 के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ऐसा कोई घुसपैठिया नहीं मारा गया था, जिसके पास जाली भारतीय करेंसी नोट रहे हों.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement