
इराक के मोसुल में आतंकी संगठन आईएसआईएस ने करीब डेढ़ साल से पहले जिन 39 भारतीयों को बंधक बनाया था वे सभी जिंदा हैं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को इसकी पुष्टि की. सुषमा ने उनके परिजनों से मुलाकात के दौरान यह भरोसा दिलाया.
सुषमा के बयान का आधार यह
सुषमा ने सऊदी अरब और फिलिस्तीन के नेताओं के साथ हालिया बैठक में इस बारे में मिले संकेत के आधार पर यह बात कही. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने उन्हें बताया कि भारतीय जीवित हैं और उनकी खुफिया सूचना के अनुसार इराक में काम कर रहे हैं.
सभी भारतीयों की रिहाई निश्चित
सुषमा ने इन भारतीयों के परिजनों को आश्वासन दिया है कि सरकार लगातार बातचीत कर रही है और उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. सुषमा 17 और 18 जनवरी को फिलिस्तीन और इजरायल दौरे पर थीं. इसी दौरान उन्हें इन भारतीयों के कुशल मंगल की खबर मिली.
भारत-अरब सहयोग लीग ने जताई चिंता
सुषमा ने भारत-अरब लीग सहयोग मंच की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अपनी यात्रा का उल्लेख किया और कहा कि बैठक में एक घोषणा पत्र को स्वीकार किया गया जिसमें कहा गया, दोनों पक्षों ने इराक के मोसुल में जून 2014 में 39 भारतीय श्रमिकों और जून 2015 में लीबिया में 3 भारतीय श्रमिकों के अपहरण पर चिंता जताई. अरब पक्ष ने जल्द रिहाई के प्रयास में भारत के साथ पूर्ण एकजुटता का इजहार किया.