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स्वतंत्रता दिवस: इकोनॉमी के मोर्चे पर PM मोदी ने गिनाईं ये 5 उपलब्ध‍ियां

पीएम मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस पर इकोनॉमी के मोर्चे पर भी विपक्ष को घेरा. उन्होंने इस दौरान जीएसटी, बैंकरप्सी कोड समेत कई अहम योजनाओं और बदलावों का जिक्र किया. 

पीएम मोदी पीएम मोदी
विकास जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 15 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 8:48 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने भाषण में इकोनॉमी के मोर्चे पर अपनी उपलब्धियां गिनाईं. अपनी इन उपलब्ध‍ियों के जरिये उन्होंने विपक्ष को घेरा. उन्होंने जीएसटी, बैंकरप्सी कोड समेत इकोनॉमी के मोर्चे पर मिली अन्य कई उपलब्ध‍ियां गिनाईं.

माल एवं सेवा कर:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी को एक बड़ा बदलाव बताते हुए कहा कि इसने कारोबारियों को फायदा पहुंचाने का काम किया है. उन्होंने कहा, ''छोटे-छोटे कारोबारियों के सहयोग से आज देश में जीएसटी लागू हो गया.'' उन्होंने कहा कि कारोबारियों का विश्वास मजबूत हुआ है.  कारोबारियों ने शुरुआती परेशानियों के बावजूद जीएसटी को गले लगाया. इससे देश आगे बढ़ा.

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बैंकरप्सी कोड:

पीएम मोदी ने इस दौरान दिवालिया कानून का भी जिक्र किया है. इसके जरिये उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा क‍ि इस कानून को लागू करने से पहले किसने रोका था. इसे लागू करने के लिए एक ताकत लगती है. दम लगता है. हमने इसे लाया. अगर देश की खातिर कुछ करने का जज्बा होता है, तो बेनामी संपत्ति का कानून भी लागू होता है.

6ठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था:

पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया की 6ठी सबसे बड़ी  अर्थव्यवस्था बन चुकी है. बता दें कि विश्व बैंक की तरफ से जारी रिपोर्ट में जुलाई में कहा था कि भारत ने फ्रांस को 7वें पायदान पर ढकेल दिया है. इस रिपोर्ट में भारत जहां छठे पायदान पर है. विश्व बैंक ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है.

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दुनिया देख रही हमारी ओर:

पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है. हमारे यहां हो रहे छोटे-बड़े बदलावों पर दुनिया नजर रख रही है. उन्होंने कहा क‍ि 2014 से पहले जो विद्वान भारत को रिस्क इकोनॉमी के तौर पर पेश करते थे. आज वही इसकी तारीफ करते थक नहीं रहे हैं. वे लोग अब इसे विश्वास की नजर से देख रहे हैं.  वैश्व‍िक संस्थाएं आज भारतीय इकोनॉमी को मजबूत बता रही हैं. यहां अब लाल फीताशाही खत्म हो रही है.

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