
कोलकाता पुलिस की एक टीम कलकत्ता हाईकोर्ट के जज सी एस कर्णन को गिरफ्तार करने चेन्नई पहुंच गई है. सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले ही कर्णन को अवमानना के एक मामले में छह महीने की सजा सुनाई है. इस पांच सदस्यीय टीम में डीजीपी राज कनौजिया, रणवीर कुमार, सी. सुधाकर, दीपांकर बख्शी और सुकुमल कांति दास है.
अपुष्ट खबरों के अनुसार जस्टिस कर्णन फिलहाल तमिलनाडु में न होकर पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के श्रीकालाहस्ती में हैं. उनके बुधवार शाम चेन्नई लौटने की उम्मीद है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा फैसला सुनाए जाने से पहले जस्टिस कर्णन चेन्नई आने के बाद गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे.
बाद में उन्होंने अपने कमरे में ही मीडिया को संबोधित किया. स्थानीय पुलिस ने बताया कि कोलकाता पुलिस ने अपने तमिलनाडु समकक्षों से मंगलवार को गिरफ्तारी आदेश के कार्यान्वयन के संबंध में बातचीत की थी.
स्टेट गेस्ट हाउस के बाहर वकीलों के एक समूह ने प्रदर्शन किया. वकीलों का कहना है कि कर्णन को प्रताड़ित किया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि उन्होंने एहतियात के तौर पर गेस्ट हाउस का मुख्य द्वार बंद कर दिया है. यह पहला ऐसा मामला है जब सुप्रीम कोर्ट ने किसी हाईकोर्ट के पीठासीन जज को अवमानना के आरोप में जेल की सजा सुनाई है.