
ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया के जमाने में लोगों का एक दूसरे के साथ संपर्क बेहद आसान हो गया है. इस वजह से समाज का अलग-अलग तबका और अलग-अलग ग्रुप इन्हीं माध्यमों के जरिए कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी पहुंच बना रहे हैं. इस ट्रेंड को जनता के बीच लोकप्रिय होते देखते राजनीतिक दलों और नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर अपनी मौजूदगी दिखानी शुरू की है. कई पार्टियां और नेता चुनावों के दौरान सोशल मीडिया पर अपना दम दिखा रहे हैं .
देश की लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और जमकर एक दूसरे के खिलाफ हमले करती हैं. एक्सपर्ट मानते हैं कि सोशल मीडिया पर प्रचार किसी भी पार्टी के लिए चुनावों के दौरान उसे राज्य में माहौल बनाने का काम करता है. बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, सपा, बसपा, टीएमसी जैसी सभी पार्टियों के पास आज की तारीख में सोशल मीडिया सेल है.
आगामी 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भी लगभग सभी पार्टियां सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं. पंजाब और गोवा में चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी की साइबर सेना भी इस बीच पार्टी के लिए माहौल बनाने में जुटी है. देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले पार्टी के समर्थक सोशल मीडिया पर अलग-अलग मुद्दों पर सक्रिय होकर पार्टी के लिए प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. 4 साल पुरानी आम आदमी पार्टी के पास सोशल मीडिया पर एक बड़ा जनाधार है. पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ट्विटर पर 1 करोड़ से ज्यादा फॉलोवर हैं जबकि फेसबुक पेज पर 70 लाख से ज्यादा लाइक हैं. खुद केजरीवाल ट्विटर पर खूब सक्रिय रहते हैं. उनकी सक्रियता कई बार हेडलाइन भी बनती है.
मिलिए आम आदमी पार्टी की साइबर सेना से
आम आदमी के पास एक बडी साइबर सेना है. ट्विटर और फेसबुक पर अक्सर बीजेपी और आप समर्थकों के बीच अलग-अलग मुद्दों पर द्वंद्व चलता रहता है. गोवा और पंजाब में विधानसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी ने सोशल मीडिया को चुनावों में एक बड़ा हथियार बना रखा है. पार्टी के सोशल मीडिया हेड 28 साल के अभिनव बुद्धिराजा पेशे से डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट हैं और सितंबर 2013 से पार्टी से जुड़े हैं. अभिनव के मुताबिक फिलहाल आम आदमी पार्टी की सोशल मीडिया टीम से लगभग 2000 सक्रिय कार्यकर्ता जुड़े हैं जो पार्टी की नीतियों को ट्विटर, फेसबुक ओर व्हाट्सएप पर अलग अलग तबकों के साथ साझा कर उन्हें पार्टी को समर्थन देने की अपील करते हैं. ये ग्रुप पार्टी और दिल्ली सरकार की अलग अलग नीतियों को जनता के बीच ले जाने का काम करता है. चुनावों के मद्देनजर इस ग्रुप की सक्रियता काफी बढ़ गई है. फेसबुक पर पार्टी के 10 पेज हैं जिस पर पंजाब और गोवा में पार्टी के नेताओं की रैलियां लाइव दिखाई जाती हैं. दोनों राज्यों में पार्टी की साइबर फोर्स की यूनिट ने डेरा डाला है.
पंजाब साइबर यूनिट
आम आदमी पार्टी की पंजाब सोशल मीडिया यूनिट में लगभग 200 सक्रिय कार्यकर्ता हैं. ट्विटर, व्हाट्सएप और फेसबुक पेज पर पार्टी के सिए प्रचार के अलावा ये टीम ज्यादा से ज्यादा पंजाब के युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करती है. प्रचार को देसी टच देने के लिए पंजाबी भाषा और गुरुमुखी में भी ट्विटर और फेसबुक पर कैंपेन चलाया जा रहा है. ये टीम चंडीगढ़ में पार्टी के वॉर रूम से जुड़ी है. वॉर रूम से विशेष कमांड मिलने के बाद ये सारे सदस्य सक्रिय होकर कैंपेन में लग जाते हैं. पंजाब में आप साइबर सेल देख रहे गुरिंदर सिंह मान पहले पंजाब पुलिस में थे लेकिन 2011 में भ्रष्टाचार से तंग आकर पुलिस की नौकरी छोड़ सामाजिक आंदोलनों से जुड़ गए और आज आम आदमी पार्टी के साथ जुड़कर पार्टी के सोशल मीडिया का काम देख रहे हैं.
गुरिंदर के साथ ही पार्टी के सोशल मीडिया सेल का काम देख रहे अक्शनूर गदरी अमेरिका में पढ़ रहे थे. 2011 में ही अरविंद केजरीवाल के साथ अन्ना आंदोलन से जुड़े और आज आम आदमी पार्टी के लिए साइबर की दुनिया में प्रचार कर रहे हैं.
पंजाब की सोशल मीडिया की टीम चंडीगढ़ में पार्टी के वॉर रूम के साथ को-ऑर्डिनेशन करती है. आप के ये साइबर योद्धा पंजाब में मीडिया और राजनीतिक घटनाक्रमों को पर्याप्त समय सीमा के भीतर सभी माध्यमों पर जाकर अपनी बात रखते हैं. पंजाब में ड्रग्स को लेकर अकाली सरकार के खिलाफ माहौल बनाने में आम आदमी पार्टी की सोशल मीडिया सेल का अहम योगदान रहा है. इतना ही नहीं पार्टी के तमाम नेताओं की रैलियों को लाइव दिखाने से लेकर पार्टी से जुड़ी खबरें और मुद्दे जनता तक पहुंचाने में ये टीम आगे रहती है. पंजाब में सोशल मीडिया माध्यमों में व्हाट्सएप और फेसबुक सबसे ज्यादा प्रचलित हैं. मीडिया में चल रही खबरों तो वॉर रूम में मॉनीटर किया जाता है जिसके बाद पार्टी एक रणनीति बनाकर उन खबरों पर अपना रुख और पार्टी की योजनाएं स्थानीय भाषा में अलग अलग माध्यमों के जरिए लोकल ग्रुप तक पहुंचाती है. साइबर मीडिया टीम इसे पूरे राज्य में फैलाने का काम करती है.
गोवा साइबर यूनिट
पंजाब के साथ गोवा विधानसभा चुनाव में हाथ आजमा रही आम आदमी पार्टी ने गोवा में भी डेरा डाल रखा है. मुंबई के रहने वाले अक्षय मराठे जो आम आदमी पार्टी से शुरू से ही जुड़े रहे, आजकल गोवा में डेरा डाले हुए हैं. बीए की पढाई कर फिलहाल वो आप के संगठन में सह सचिव हैं और गोवा में साइबर सेल के प्रमुख हैं. उनके साथ ही गोवा की 27 साल की सुहानी भी साइबर सेल में सक्रिय सदस्य हैं. पेशे से जादूगर, सुहानी गोवा में विख्यात हैं और फिलहाल पार्टी के साथ साइबर सेल और संगठन में सक्रिय हैं . गोवा आप की साइबर यूनिट में 10 सक्रिय कार्यकर्ता और 60 से ज्यादा समर्थक जुड़े हैं. पंजाब की ही तर्ज ही गोवा में भी आप की साइबर सेना पार्टी के वॉर रूम के साथ तालमेल कर काम करती है. वॉर रूम में मीडिया की खबरों की निगरानी की जाती है जिसके बाद पार्टी के वॉर रूम में तय रणनीति के तहत पार्टी अपने निर्देश साइबर यूनिट को भेजती है.
अक्षय का कहना है कि वो सोशल मीडिया के जरिए पार्टी के मेनिफेस्टो को ज्यादा से ज्यादा गोवा के लोगों तक पहुंचाते हैं और उन्हें पार्टी की सरकार बनने पर गोवा के लिए बनाई गई योजनाओं के बारे में बताते हैं.
पंजाब की तरह ही गोवा में भी सोशल मीडिया के प्रमुख माध्यम फेसबुक और व्हाट्सएप ही हैं. जहां हर मुद्दे पर पार्टी अपनी राय रखती है और नेटवर्क के जरिए उसे स्थानीय भाषा में स्थानीय व्हाट्सएप ग्रुप और फेसबुक पेज तक भेजा जाता है.
पार्टी के गैर सदस्य समर्थक
दिलचस्प बात है कि पार्टी के मुख्य साइबर सेल और पंजाब गोवा की यूनिट के अलावा आम आदमी पार्टी के साथ एक गुमनाम सोशल मीडिया सेल भी जुड़ा है. ये ग्रुप पार्टी के उन समर्थकों का है जो पार्टी में किसी पद पर नहीं हैं बल्कि देश के अलग अलग कोने में बैठकर अपना काम करने के साथ पार्टी के समर्थन में सोशल मीडिया पर कैंपेन करते हैं. इस ग्रुप का कोई नाम नहीं और ना ही ये किसी हाईकमांड की सुनता है. बेबाक और बोल्ड अंदाज इस सेल की खूबी है. हाल ही में सभी नेताओं ने एक जैसी प्रोफाइल फोटो सोशल मीडिया पर साझा की जिसकी रूपरेखा इसी ग्रुप की सदस्य आरती ने तैयारी की थी. इस ग्रुप के काम ट्विटर और फेसबुक पर पार्टी के लिए माहौल बनाने का है. ट्विटर पर अलग अलग मुद्दों पर, विपक्षी दलों या नेताओं के खिलाफ हल्ला बोल या फिर आम आदमी पार्टी के समर्थक में, ये ग्रुप ट्विटर और फेसबुक पर सबसे सक्रिय और आक्रामक है. इस ग्रुप का काम देख रहे रईस खान दिल्ली में बिजनेसमैन हैं और अन्ना आंदोलन के समय से ही केजरीवाल के साथ जुड़े है. 60 लोगों के समर्थकों का ये ग्रुप ट्विटर पर सबसे ज्यादा सक्रिय है. पार्टी के मीडिया सेल के साथ तालमेल कर ये मीडिया में चल रही पार्टी की खबरों पर ये ग्रुप ट्विटर और फेसबुक पर पार्टी का रुख बेबाकी से रखता है.
इन सोशल मीडिया पर पार्टी के कलेवर के अनुसार वीडियो फाइलें भी साझा की जाती हैं. दिल्ली में पार्टी के मीडिया सेल से जुड़ी मिताली रिषी पार्टी के लिए वीडियो एडिटिंग का काम करती हैं. सोशल मीडिया के लिए अरविंद केजरीवाल के वीडियो संदेशों से लेकर पार्टी के दूसरे बड़े नेताओं की प्रेस कांफ्रेंस और दूसरे वीडियो एडिट कर उसे साइबर यूनिट को उपलब्ध कराती हैं.
इस चुनावों में दूसरे पार्टियों की तरह ही दिल्ली पंजाब और गोवा के साथ दूसरे कई राज्यों में आप के समर्थकों को साइबर सेल का हिस्सा बनाकर आम आदमी पार्टी एक किसी हुई रणनीति के इस राजनीतिक साइबर युद्ध में उतरी है. हालांकि, इस साइबर युद्ध का नतीजा क्या होगा ये 11 मार्च को ही पता चलेगा.