
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सीबीआई को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. संजय सिंह ने राफेल लड़ाकू विमान की खरीद में कथित घोटाले का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी पर एफआईआर करने की अपील की है. शुक्रवार को संजय सिंह दिल्ली के नॉर्थ एवेन्यू थाना पहुंचे और शिकायत की चिट्ठी थाने को सौंपी.
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी और सीबीआई पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया, 'राफेल पर आज हुए खुलासे के बाद स्वतंत्र सीबीआई ने जैसे मेरे और कोलकाता पुलिस आयुक्त के कार्यालय पर छापेमारी की वैसे ही वह प्रधानमंत्री कार्यलय पर छापेमारी करे और राफेल से संबंधित सभी फाइलों को जब्त कर उन्हें (पीएम मोदी) गिरफ्तार करे.'
संजय सिंह ने इस मामले में सामने आए नए दस्तावेजों को आधार बनाकर सीबीआई से जांच की गुहार लगाई है. थाने पहुंचने से पहले संजय सिंह ने कहा कि राफेल विमान की खरीद में गड़बड़ी को लेकर CVC, CBI और CAG के समक्ष पिछले साल उनके द्वारा पेश किए गए तथ्यों की एक बार फिर पुष्टि हो गई है.
आप सांसद ने नवंबर 2015 में तत्कालीन रक्षा सचिव की ‘नोटिंग (टिप्पणी)’ के हवाले से शुक्रवार को आई एक खबर को आधार बनाया और कहा, ‘इससे साफ हो गया है कि केन्द्र सरकार इस मामले की जांच को प्रभावित कर रही है.' उन्होंने कहा, ‘राफेल लड़ाकू विमान की खरीद प्रक्रिया में आज जिस रक्षा सचिव की असहमति का मामला सामने आया है, इसके मूल में उनकी वही शिकायत ही है, जिसे वह सीवीसी से पहले सीबीआई और कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) के समक्ष पेश कर चुके हैं.’
संजय सिंह के मुताबिक राफेल मामले में केन्द्रीय प्रवर्तन निदेशालय (CVC) ने पिछले साल उन्हीं की शिकायत पर तत्कालीन रक्षा सचिव को इस मामले पर संज्ञान लेने के लिए कहा था. उन्होंने कहा, ‘तत्कालीन रक्षा सचिव की जिस नोटिंग की बात आज सामने आ रही है, उन्हें मेरे शिकायती पत्र पर सीवीसी ने कार्रवाई करने को कहा था.’
राज्यसभा सांसद सिंह ने कहा कि इससे राफेल डील में घोटाले को लेकर लगाए जा रहे आरोपों की पुष्टि होती है और इसमें पीएम मोदी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. सिंह ने कहा, 'तत्कालीन रक्षा सचिव की 24 नवंबर 2015 की नोटिंग से भाजपा नेताओं का वह दावा भी गलत साबित हो गया जिसमें राफेल सौदे में कारोबारी अनिल अंबानी को फायदा नहीं पहुंचाने की बात लगातार कही जा रही है.'