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बॉम्बे हाई कोर्ट को बीएमसी का जवाब- 15 दिन तक नहीं काटेंगे कोई पेड़

बॉम्बे हाई कोर्ट ने बीएमसी और मुंबई मेट्रो को दो हजार से ज्यादा पेड़ काटने के फैसले पर जवाब देने के लिए कहा है. बीएमसी ने जवाब देने के लिए हाई कोर्ट से 15 दिन का समय मांगा है. तब तक आरे जंगल का कोई भी पेड़ नहीं काटा जाएगा.

पेड़ काटने के मुद्दे पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने मांगा जवाब पेड़ काटने के मुद्दे पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने मांगा जवाब
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 1:31 PM IST

  • बीएमसी ने आरे जंगल में दो हजार से ज्यादा पेड़ काटने का दिया था आदेश
  • बॉम्बे हाई कोर्ट ने बीएमसी और मुंबई मेट्रो से इस पर जवाब देने के लिए कहा

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के वृक्ष प्राधिकरण ने आरे जंगल में मेट्रो शेड बनाने के लिए दो हजार से ज्यादा पेड़ काटने का आदेश दिया था. इसके बाद आरे जंगल पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस ने बीएमसी के इस फैसले का खुलकर विरोध किया था. इसके साथ कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने इस पर चिंता भी जाहिर की थी.

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ये मामला बॉम्बे हाई कोर्ट तक पहुंच गया है. बॉम्बे हाई कोर्ट ने बीएमसी और मुंबई मेट्रो को दो हजार से ज्यादा पेड़ काटने के फैसले पर जवाब देने के लिए कहा है. बीएमसी ने जवाब देने के लिए हाई कोर्ट से 15 दिन का समय मांगा है. तब तक आरे जंगल का कोई भी पेड़ नहीं काटा जाएगा.

इस मामले पर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने भी आपत्ति जताई है. आदित्य ठाकरे ने ट्वीट किया, 'आरे सिर्फ 2700 या इससे ज्यादा पेड़ों को काटने का मुद्दा नहीं है. यह इलाके के इकोसिस्टम का मामला है जिसमें तेंदुए, अजगर, पक्षी प्रभावित होंगे और इसमें मानव गतिविधि, निर्माण और मशीनें क्या करेंगी.'

आरे जंगल से पेड़ काटने का मुद्दा लगातार सुर्खियों में है. आरे जंगल पर बीएमसी के फैसले के विरोध में कई बड़ी हस्तियां उतरी हैं. इसमें लता मंगेशकर, श्रद्धा कपूर का भी नाम शामिल है. इस मामले पर पर्यावरणविद गॉडफ्रे पिमेंता ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. पिमेंता ने बीएमसी के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई थी और पीएम मोदी ने इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी.

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