
दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हमले का असर अब देश के बाकी शहरों में भी देखा जा रहा है. कोलकाता में सुलेखा मोड़ पर पुलिसकर्मियों और जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच झड़प हो गई. इसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इससे पहले कोलकाता में लेफ्ट और बीजेपी के समर्थक आमने-सामने आ गए, जिसके बाद दक्षिणी कोलकाता में ट्रैफिक ठप हो गया है और दोनों के बीच किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी पुलिसबल तैनात किया गया. इलाके में दोनों ही पार्टियों के समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
इससे पहले जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा कि पिछले 4-5 दिनों से आरएसएस से जुड़े प्रोफेसर्स हमारे आंदोलन को तोड़ने के लिए हिंसा भड़का रहे थे. यह एक सुनियोजित हमला था. वे लोगों को बाहर निकाल-निकालकर हमला कर रहे थे. आइशी ने कहा कि जेएनयू सिक्योरिटी और हमलावरों के बीच साठ-गांठ थी, जिसकी वजह से उन्होंने हिंसा रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. हमारी मांग है कि यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर को तुरंत हटाया जाए.वहीं दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि क्राइम ब्रांच इस हमले की जांच करेगी.
JNU हिंसा पर दिल्ली पुलिस को मिले सुराग, कहा- CCTV फुटेज की हो रही जांच
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एमएस रंधावा ने कहा कि सभी सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. सभी 34 घायलों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है. रंधावा ने कहा, पुलिस पीसीआर कॉल मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. उन्होंने कहा, जॉइंट कमिश्नर की अगुआई में एक कमिटी बनाई गई है, ताकि जांच में कोई देरी न हो. हमें कुछ सुराग मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है. जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा. उन्होंने कहा, दिल्ली पुलिस शाम 7.45 बजे कैंपस के अंदर गई. इस मामले में एक एफआईआर दर्ज कर ली गई है. दिल्ली के अलावा मुंबई समेत देश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. लोग हाथों में बैनर लिए प्रदर्शन कर रहे हैं.