
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने वकील गौतम खेतान के बाद कालाधन मामले में उनकी पत्नी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. ईडी ने रितु खेतान के दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित आईसीआईसीआई बैंक खाते में पड़े 7.49 लाख रुपये कुर्क कर लिए हैं. रितु खेतान गौतम खेतान की पत्नी हैं, जिनके खिलाफ अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर डील के अलावा कालाधन मामले में जांच चल रही है.
जांच एजेंसी के मुताबिक, बैंक में पड़ा जो पैसा कुर्क किया गया है, वह गैर कानूनी तरीके से कमाया गया है. ईडी के एक अफसर ने इंडिया टुडे को बताया, ''रितु खेतान एक आरोपी हैं, जिन्होंने ब्लैक मनी (अघोषित विदेशी आय और संपत्ति) और टैक्स एक्ट 2015 के तहत अपराध किया है. रितु खेतान की विदेशों में कई संपत्तियां, कंपनियों में हिस्सेदारी और खाते हैं और उन्होंने इसका विवरण इनकम टैक्स रिटर्न्स में नहीं दिखाया.''
ईडी के मुताबिक रितु को सिंगापुर और मॉरीशस की कंपनियों के विभिन्न व्यक्तिगत और बैंक खातों में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में शामिल पाया गया है, जिसमें उनको भी फायदा मिलता था. आरोप यह भी है कि उन्होंने जानबूझकर विदेशी बैंक खातों और कंपनियों की जानकारी नहीं दी. ईडी ने कहा, ''प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत हुई जांच में पाया गया कि आरोपी रितु की विदेशों में अपने नाम पर कंपनियां हैं.
इसके अलावा पति और ससुर के साथ सिंगापुर के बारक्लेज बैंक और बैंक ऑफ सिंगापुर में जॉइंट अकाउंट्स हैं. अनुरोध पर बैंक ऑफ सिंगापुर से कई दस्तावेज भी ईडी को मिल गए हैं. समीक्षा करने पर पाया गया कि इन खातों में काफी पैसा भेजा गया है. '' रितु खेतान के पति गौतम खेतान को ईडी ने 25 जनवरी 2019 को गिरफ्तार किया था. रितु खेतान और गौतम खेतान दोनों कथित तौर पर कानूनी सलाह देने की आड़ में दुनिया भर में क्लाइंट्स के लिए मनी लॉन्ड्रिंग करते थे.