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अगस्ता वेस्टलैंड: मिशेल के बाद राजीव सक्सेना और दीपक तलवार को लाया गया भारत

AgustaWestland scam co-accused Rajeev Saxena अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में बार-बार समन दिए जाने के बावजूद पूछताछ में नहीं शामिल होने पर पिछले साल 6 अक्टूबर को कोर्ट ने राजीव सक्सेना के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. राजीव सक्सेना का नाम उस चार्जशीट में है, जो उनकी पत्नी शिवानी के खिलाफ दायर किया गया था. अभी वह जमानत पर हैं.

अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला का आरोपी लाया जा रहा भारत (रॉयटर्स) अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला का आरोपी लाया जा रहा भारत (रॉयटर्स)
अनीषा माथुर/मुनीष पांडे/शिवेंद्र श्रीवास्तव
  • नई दिल्ली,
  • 30 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 8:14 AM IST

अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में मोदी सरकार को एक और बड़ी कामयाबी मिली है. क्रिश्चियन मिशेल के बाद मामले में आरोपी राजीव सक्सेना और दीपक तलवार को भारत वापस लाया गया है. फिलहाल दोनों को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर में रखा गया है. इस घोटाले में आरोपी कारोबारी राजीव सक्सेना को संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में पकड़ा गया था.

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भारत पहुंचते ही ईडी ने राजीव  सक्सेना और दीपक तलवार को हिरासत में ले लिया. इस मामले में गिरफ्तार क्रिश्चयन मिशेल के बाद इस तरह की यह दूसरी कार्रवाई है. बताया जा रहा है कि लॉबिस्ट दीपक तलवार दुबई भाग गया था. राजीव सक्सेना के अलावा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी दीपक तलवार को भी भारत लाया जा रहा है.

पिछले साल दिसंबर में संयुक्त अरब अमीरात की सरकार ने प्रत्यर्पण के जरिये ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन मिशेल को भारत को सौंपा था. क्रिश्चियन मिशेल ने 3,600 करोड़ रुपये के VVIP चॉपर डील में बिचौलिये की भूमिका निभाई थी. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिसंबर में दुबई के कारोबारी राजीव सक्सेना की जमानत याचिका के जवाब में कोर्ट में उन्हें भारत लाए जाने के बारे में की गई अपील को लेकर सूचित किया था. क्योंकि बार-बार समन के बावजूद राजीव सक्सेना इस केस में पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए.

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बता दें कि बार-बार समन दिए जाने के बावजूद पूछताछ में नहीं शामिल होने पर पिछले साल 6 अक्टूबर को कोर्ट ने राजीव सक्सेना के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. राजीव सक्सेना का नाम उस चार्जशीट में है, जो उनकी पत्नी शिवानी के खिलाफ दायर किया गया था. अभी वह जमानत पर हैं.  

वकीलों ने प्रत्यर्पण को बताया गैर कानूनी

वहीं राजीव सक्सेना को भारत लाए जाने पर उनके वकील गीता लूथरा और प्रतीक यादव ने एक बयान जारी कर उनके दुबई पुलिस द्वारा पकड़े जाने की पुष्टि की है. वकीलों का कहना है कि राजीव सक्सेना को गैर कानूनी तरीके से पकड़ा गया है. बयान में कहा गया है कि यूएई में कोई प्रत्यर्पण कार्रवाई शुरू नहीं हुई थी और उन्हें अपने परिवार या वकीलों से मिलने की इजाजत नहीं दी गई. वह दिल और कैंसर के मरीज हैं. लेकिन उन्दें दवा तक नहीं लेने दी गई. वह ल्यूकेमिनिया और मधुमेह के मरीज हैं. कुछ दिन पहले ही उन्हें हार्ट में स्टेंट लगा है.

राजीव सक्सेना को प्राइवेट विमान से दुबई एयरपोर्ट से लाया जा रहा है. जब वकीलों ने यूएई प्रशासन से यह जानना चाहा कि क्या मामला है और क्या हुआ है तो कहा गया कि वह विमान में हैं जिसे रोका नहीं जा सकता है. इस मामले में उनसे और ज्यादा जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने कहा, आप भारत सरकार से पूछें. वकीलों ने आरोप लगाया कि यह गैर कानूनी प्रत्यर्पण है और किसी कानूनी प्रक्रिया को पूरा नहीं किया गया है. जबकि क्रिश्चियन मिशेल के समय पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया था.

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कौन हैं राजीव सक्सेना

राजीव सक्सेना और उनकी पत्नी शिवानी अगस्ता वेस्टलैंड केस में आरोपी हैं. दोनों दुबई की कंपनी  UHY Saxena and Matrix Holdings के निदेशक हैं. प्रवासी भारतीय राजीव सक्सेना मॉरीशस की एक कंपनी इंटरसेलर टेक्नोलॉजिज लिमिटेड के निदेशक और शेयरहोल्डर हैं. आरोप है कि इस कंपनी का चॉपर डील में लांड्रिंग करने में इस्तेमाल किया गया. जांच एजेंसियों के मुताबिक राजीव सक्सेना पेशे से वकील गौतम खेतान के करीबी हैं. खेतान अभी ईडी की कस्टडी में हैं.

कौन हैं दीपक तलवार

दीपक तलवार पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. उन पर उनके एनजीओ के जरिए 90 करोड़ रुपये से ज्यादा के फंड का दुरुपयोग के आरोप हैं. उन पर फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) के उल्लंघन के आरोप हैं. दीपक तलवार दुबई फरार हो गए थे. उनके खिलाफ भारत में 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति को छुपाने के मामले की भी जांच चल रही थी.

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