
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना का पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में आतंकी ठिकानों को तबाह करने का मिशन पूरी तरह कामयाब रहा. तीनों सेना के अधिकारियों ने अपनी साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के उन दावों को बेनकाब कर दिया जिसमें दावा किया जा रहा था कि भारतीय वायुसेना के हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ.
एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान के बालाकोट में ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा. जितना हम चाहते थे, नतीजा उतना ही मिला. हालांकि इस हमले में कितने आतंकी मारे गए इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि संख्या बताना जल्दबाजी होगी, लेकिन हम जितना नुकसान पहुंचाना चाहते थे उसमें कामयाब रहे.
भारतीय वायुसेना की जवाबी कार्रवाई पर पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने दावा किया था कि बालाकोट में जानमाल की कोई क्षति नहीं हुई. पाकिस्तान के दावों को बेनकाब करने के सबूत को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा कि हमारे पास सबूत मौजूद हैं, जो सरकार को दे दिए गए. अब यह राजनीतिक नेतृत्व को तय करना है कि वो कब और कैसे सबूतों को रखेगी.
भारतीय वायुसेना की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी वायुसेना ने बुधवार को नियंत्रण रेखा पर भारत के वायुक्षेत्र का उल्लंघन किया और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की. एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा कि पाकिस्तान का यह कहना कि उसने खाली स्थान पर बम गिराए यह गलत है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से झूठ कहा गया कि उनकी वायुसेना ने हमारे दो विमानों को ध्वस्त किया और दो फाइटर पायलट उनके कब्जे में है. जबकि बाद में पाकिस्तान को खुद इस संख्या में संशोधन करना पड़ा.
भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान की तरफ से छोड़ने के कदम पर एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा कि ये खुशी की बात है. गौरतलब है कि 26 फरवरी अलसुबह भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 विमानों ने नियंत्रण रेखा से 70 किलोमीटर भीतर पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को धवस्त कर दिया था. भारत को गोपनीय सूचना मिली थी कि बालाकोट में बड़ी संख्या में आतंकी हमले की साजिश रची जा रही है. लिहाजा भारत ने इस साजिश को नाकाम करने के लिए गैर-सैन्य कार्रवाई की जिसमें बड़ी संख्या में जैश कमांडर, ट्रेनिंग लेने आए आतंकियों का सफाया हो गया.