
अमेरिका से वापस भेजे गए मोहम्मद इब्राहिम जुबैर को हैदराबाद स्थित उनके घर में ट्रांसफर कर दिया गया है. 19 मई को अमेरिकी अधिकारियों ने इब्राहिम को भारत वापस भेज दिया था. उसे पंजाब के अमृतसर स्थित क्वारनटीन सेंटर में रखा गया था. जुबैर पर अल कायदा के लिए टेरर फंडिंग का आरोप है.
40 वर्षीय इंजीनियर इब्राहिम जुबैर को उसके भाई फारूक मोहम्मद और दो अन्य के साथ 2011 में एफबीआई ने गिरफ्तार किया था. अमेरिका की ओहियो अदालत ने आतंकी फंडिंग मामले में सभी को दोषी ठहराया गया था. इब्राहिम जुबैर अल कायदा संगठन के खूंखार आतंकवादी अल अवलाकी का सहायक बन गया था.
सूत्रों का कहना है कि इब्राहिम जुबैर को देश में कोई कानूनी केस का सामना नहीं करना होगा और उन्हें शहर में अपने परिवार के साथ रहने की अनुमति दी जाएगी.
अलकायदा को फंडिंग करने का दोषी इंजीनियर भारत लाया गया
कौन है इब्राहिम जुबैर
हैदराबाद का रहने वाले मोहम्मद इब्राहिम जुबैर ने 2001 से 2005 तक यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस अर्बन-शैंपेन से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. 2006 के करीब वह टोलेडो, ओहियो चला आया और उसने एक अमेरिकी महिला से शादी कर ली. 2007 के आसपास वह संयुक्त राज्य अमेरिका का एक वैध स्थायी निवासी बन गया.
इब्राहिम को मिली थी 5 साल की सजा
बताया जाता है कि इब्राहिम जुबैर और उसका भाई फारूक मोहम्मद अमेरिका में रहते हुए आतंकी संगठन अल कायदा से प्रभावित हो गए थे, और अल कायदा से जुड़ गए थे. दोनों भाइयों पर टेरर फंडिंग के अलावा आतंकवाद से जुड़े कई मामलों में एफआईआर दर्ज हुई थी. फारुख को 27 साल की सजा हुई था जबकि इब्राहिम को 5 साल की सजा हुई थी.
सजा पूरी होने के बाद भेजा गया भारत
इब्राहिम जुबैर को दोषी ठहराए जाने से पहले जेल में बिताए गए समय सहित 60 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी. कोर्ट ने यह भी आदेश दिया था कि उसकी सजा पूरी होने पर, इब्राहिम को अमेरिका की धरती पर फिर से एंट्री करने पर आजीवन प्रतिबंध लगाने के साथ भारत भेजा जाएगा. सजा पूरी होने के बाद उसे भारत भेज दिया गया है.