
बिहार के पटना से असम के गुवाहाटी जा रही कैपिटल एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बे मंगलवार रात पटरी से उतर जाने की वजह से 2 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 6 यात्री घायल हुए थे. फिलहाल घायलों को इलाज के लिए 5000 रुपये की मदद राशि देने का ऐलान किया गया है लेकिन मृतकों के परिजनों को किसी तरह के मुआवजे की घोषणा नहीं की गई है.
मरने वालों में 65 वर्षीय मुंशी नाथ और 40 साल के महेश नाथ शामिल हैं.
डिविजनल रेलवे मैनेजर संजीब किशोर ने बताया कि गुवाहाटी जा रही कैपिटल एक्सप्रेस का इंजन और पहले दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे. मेडिकल टीम को तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना किया गया था.
जांच के बाद पता चलेगी हादसे की वजह
उन्होंने बताया, 'पहले डिब्बे का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ था. हादसे की वजहों का अभी तक पता नहीं चल सका है और जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकेगा.' घटना के बाद ट्रेन के दो ड्राइवरों और एक गार्ड को सस्पेंड कर दिया गया है.
घबराए हुए थे यात्री
हादसे में बचे एक यात्री ने कहा, 'जब ट्रेन समुक्तला रोड से गुजरी, तो हमें लगा जैसे किसी ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया है. हर तरफ शोर-शराबा और हलचल शुरू हो गई. लोग ये देखने के लिए ट्रेन से उतरने लगे कि हुआ क्या है. अफवाह फैली कि ट्रेन ने एक हाथी को टक्कर मारी है. हम बहुत डर गए थे लेकिन भगवान का शुक्र था कि हम बीच के कोच में सवार थे. हम जल्द से जल्द घर जाना चाहते थे. गार्ड ने हमसे कहा कि घबराने की बात नहीं है लेकिन लोग घबराए हुए थे. हम बस यही प्रार्थना कर रहे थे कि हादसे में कम से कम नुकसान हुआ हो.'
घायलों का सहायता राशि का ऐलान
हादसे में घायल हुए यात्रियों के इलाज के लिए 5,000 रुपये की सहायता राशि की घोषणा की गई है. हालांकि मृतकों के परिजनों को किसी तरह के मुआवजे का ऐलान अभी तक नहीं किया गया है.