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पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में 20 जुलाई से थम जाएंगे ट्रकों के चक्के

ट्रांसपोर्ट्स का कहना है कि लगातार सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा कर रही है, जिसका खामियाजा ट्रांसपोर्टरों को भुगतना पड़ रहा है और सरकार एक बार भी उनके रोजगार के बारे में नहीं सोच रही है, जिसके कारण व्यापार करना भी मुश्किल होता जा रहा है.

फाइल फोटो फाइल फोटो
सुशांत मेहरा/देवांग दुबे गौतम
  • नई दिल्ली,
  • 30 जून 2018,
  • अपडेटेड 7:18 PM IST

देशभर में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) ने 20 जुलाई से अनिश्चितकालीन देशव्यापी हड़ताल पर जाने का मन बना लिया है.

ट्रांसपोर्ट्स का कहना है कि सरकार लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा कर रही है, जिसका खामियाजा ट्रांसपोर्टरों को भुगतना पड़ रहा है और सरकार एक बार भी उनके रोजगार के बारे में नहीं सोच रही है, जिसके कारण व्यापार करना भी मुश्किल होता जा रहा है.

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क्या हैं ट्रांसपोर्ट्स की मांगें

-  पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हर रोज नहीं बल्कि 3 महीने में संशोधन हो.

- ट्रांसपोर्टर के लिए टोल बेरियर मुक्त हो.  

- थर्ड पार्टी बीमा में जीएसटी में छूट दी जाए.

- ट्रांसपोर्ट व्यापार पैट टीडीएस खत्म किया जाए.

- बसों ओर पर्यटन वाहनों को नेशनल परमिट दिया जाए. 

- इन सभी मांगों को लेकर AIMTC जुलाई से देशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रही है. ट्रांसपोर्ट्स की मानें तो उनकी इस हड़ताल को देशभर के सभी छोटे बड़े ट्रांसपोर्ट्स का तो समर्थन मिल ही रहा है, साथ ही प्राइवेट बस ऑपरेटर्स भी इसका समर्थन कर रहे हैं. हालांकि इसके साथ ट्रांसपोर्ट्स का कहना है कि जनता को हड़ताल से परेशानी ना हो इसके लिए जरूरत के सामान लेकर जाने वाले ट्रांसपोर्ट इससे दूर रहेंगे.

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ट्रांसपोर्ट्स की मानें तो उनका कहना है कि ये पहली बार नहीं है कि जब हमने ये मांग सरकार से की हो,  इससे पहले भी हम ये मांग सरकार से कर चुके हैं. लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती जिसके कारण हमें मजबूरन हड़ताल पर जाना पड़ रहा है.

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