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पाकिस्तान को F-16 देगा अमेरिका, बालाकोट के बाद भारत पर अटैक के लिए हुआ था इस्तेमाल

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अमेरिका दौरे के तुरंत बाद ट्रंप प्रशासन ने एक चौंकाने वाला फैसला लिया है. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने पाकिस्तान को लड़ाकू विमान F16 के सैन्य बिक्री की मंजूरी दे दी है. ये सौदा 125 मिलियन अमेरिकी डॉलर का है.

पाकिस्तान का F-16 फाइटर जेट (File photo: Getty Images) पाकिस्तान का F-16 फाइटर जेट (File photo: Getty Images)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 3:29 PM IST

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अमेरिका दौरे के तुरंत बाद ट्रंप प्रशासन ने एक चौंकाने वाला फैसला लिया है. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने पाकिस्तान को लड़ाकू विमान F-16 की सैन्य बिक्री की मंजूरी दे दी है. ये सौदा 125 मिलियन अमेरिकी डॉलर का है. पेंटागन ने इसकी सूचना अमेरिकी कांग्रेस को दे दी है. बता दें कि F-16 वही लड़ाकू विमान है जिसकी मदद से पाकिस्तान ने इस साल बालाकोट स्ट्राइक के बाद भारत पर हमले की कोशिश की थी और भारतीय वायुसेना ने उसके मंसूबों को नाकाम कर दिया था.

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अमेरिका का दावा है कि इस डील के बाद US को पाकिस्तान द्वारा F-16 लड़ाकू विमानों के इस्तेमाल पर चौबीस घंटे निगरानी रखने की सुविधा मिल जाएगी. पाकिस्तान के साथ इस डील पर अमेरिका का दावा दोहरे मापदंड से भरा है. एक ओर तो अमेरिका पाकिस्तान को F-16 विमान बेच रहा है, वहीं उसका कहना है कि अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को दी जाने वाली सुरक्षा मदद पर रोक अभी भी जारी है.

अमेरिका के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप के निर्देश पर जनवरी 2018 से पाकिस्तान पर ये पाबंदी जारी है. इस ताजा डील से अमेरिकी इंजीनियर 24 घंटे F-16 जेट की गतिविधियों की निगरानी कर सकेंगे, क्योंकि F-16 प्रोग्राम के संचालन के लिए 60 प्रतिनिधियों के पाकिस्तान में रहने की जरूरत होगी.

अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट के एक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा जनवरी 2018 में घोषित सुरक्षा मदद सस्पेंशन में कोई बदलाव नहीं आया है, जैसा कि इस सप्ताह राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि हम अपने संबंधों के व्यापक स्वरूप के अनुरूप कुछ सुरक्षा सहायता कार्यक्रम बहाल करने पर विचार कर रहे हैं".

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अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा, "ये प्रस्तावित सैन्य बिक्री हमारी विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा को मदद करेगी. हम अमेरिकी तकनीक की रक्षा कर पाने में सक्षम होंगे, क्योंकि अमेरिकी अधिकारी लगातार वहां मौजूद होंगे और 24X7 निगरानी कर सकेंगे." पेंटागन ने शुक्रवार को इस सौदे की जानकारी दी. एक बयान के मुताबिक पाकिस्तान ने अमेरिका से अपील की थी कि वो F-16 ऑपरेशन के संचालन के लिए तकनीकी सेवाएं और दूसरी लॉजिस्टिक सेवाएं जारी रखे.

अमेरिका के F-16 लड़ाकू विमान साल 2019 की फरवरी में तब चर्चा में आए जब भारतीय सीमा में घुसे एक F-16 को भारत ने मार गिराया था. भारत ने 26 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले के जवाब में पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित आतंकी संगठन जैश के ठिकानों पर हमला किया था.  27 फरवरी को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में हमले की नाकाम कोशिश की थी और भारत के खिलाफ अमेरिका से मिले F-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमाल किया था.

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