
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह की 15 फरवरी को जींद में होने वाली बाइक रैली पर से संशय के बादल छट गए हैं. करीब एक लाख बाइक सवार लोग इस रैली में शामिल हो सकते हैं.
रैली रोकने के लिए एनजीटी में एक याचिका लगाई गई थी कि इस रैली में एक लाख बाइक के एकट्टा होने के कारण प्रदूषण बढ़ सकता है. सुनवाई के दौरान एनजीटी ने हरियाणा सरकार और हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जवाब मांगा था जिस पर हरियाणा ने अपने जवाब में कहा है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सिर्फ उन्हीं बाइकर्स को इस रैली में हिस्सा लेने की इजाजत देगा जिनके पास प्रदूषण का एनओसी होगा, जिससे प्रदूषण न बढ़े.
हालांकि इस मामले में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अभी अपना जवाब नहीं दिया है, लेकिन सुनवाई के दौरान यह साफ हो गया 15 फरवरी को जींद में होने वाली इस रैली के लिए एनजीटी की मंजूरी मिल गई है.
इससे पहले इस बाइक रैली का रास्ता रोकने का ऐलान अखिल भारतीय जाट आरक्षण समिति ने भी किया था. समिति 18 फरवरी को जाट आरक्षण आंदोलन में मारे गए लोगों की याद में प्रदेश में बलिदान दिवस मना रही है जिसकी वजह से 15 फरवरी से ही कई रास्तों को बंद करने की जाट आरक्षण समिति ने धमकी दी थी.