
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह गुरुवार को दिन भर दिल्ली बीजेपी ऑफिस में रहेंगे. लोकसभा की तैयारियों के सिलसिले में वह अलग-अलग वर्गों से मिलेंगे. अनूठी बात यह है कि वह करीब 350 टेक सैवी युवा बीजेपी कार्यकर्ताओं और प्रबल समर्थकों से संवाद करेंगे.
इससे यह बात समझी जा सकती है कि 2014 की तरह 2019 में भी बीजेपी अपने चुनाव प्रचार अभियान में सोशल मीडिया को एक महत्वूर्ण साधन के रूप में इस्तेमाल करेगी. गौरतलब है कि साल 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी की जीत में सोशल मीडिया की काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
दिल्ली बीजेपी से कहा गया था कि सोशल मीडिया पर बीजेपी के 10 हजार समर्थकों में से कुछ खास समर्थकों का चुनाव किया जाए. सूत्रों के मुताबिक शाह का यह दौरा दिल्ली की सभी सात संसदीय सीटों पर चुनाव प्रचार की तैयारियों की एक तरह से शुरुआत है. दिल्ली की सभी संसदीय सीटें बीजेपी के कब्जे में हैं और पार्टी इसे बचाए रखने के लिए पूरा जोर लगाएगी.
इसके बाद वह बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा और दिल्ली बीजेपी के कोर ग्रुप सदस्यों के साथ भी मुलाकात करेंगे. इस दौरान दिल्ली के सातों सांसद मौजूद रहेंगे.
एससी मोर्चा के सदस्यों से मुलाकात कर यह रणनीति बनाई जाएगी कि लोकसभा चुनाव के दौरान दलित वोटर्स को पार्टी के साथ किस तरह से जोड़ा जा सकता है.
इन मुलाकातों के दौरान इस बात की भी समीक्षा की जाएगी कि मोदी सरकार के चार साल की उपलब्धियों को बताने वाला प्रचार अभियान कैसा चल रहा है.
बीजेपी के एक नेता ने बताया, 'कोर कमिटी की मीटिंग में बीजेपी प्रेसिडेंट आने वाले चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति और संक्षिप्त योजना पर चर्चा कर सकते हैं. इसके पहले वह जुलाई 2017 में पार्टी दफ्तर आए थे, तब से अब तक दिल्ली में पार्टी के कामकाज की समीक्षा भी होगी.'
सबसे पहले अमित शाह सोशल मीडिया पर बीजेपी के प्रबल समर्थकों से मुलाकात करेंगे. इसके लिए ट्विटर और फेसबुक पर बीजेपी के करीब 10,000 फॉलोवर्स में से 350 कार्यकर्ताओं-समर्थकों का चुनाव किया गया है. इन लोगों को इस बात के लिए प्रेरित किया जाएगा कि वे पार्टी की उपलब्धियों और कार्यों को चुनाव के पहले जनता में प्रचारित करें.
बीजेपी की नजर पहली बार वोट डालने जा रहे उन 1.8 करोड़ युवा मतदाताओं पर है जो सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं.