
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह मिशन साउथ के तहत शनिवार को कर्नाटक पहुंचे हैं. शाह बीजेपी को मजबूत करने के लिए 110 दिन की राष्ट्रव्यापी के तहत वह तीन दिवसीय यात्रा पर कर्नाटक आए हैं. अगले साल सूबे में होने वाले विधानसभा चुनाव की वजह से शाह की यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. अमित शाह सूबे के विधायकों से लेकर पार्टी संगठन तक के लोगों से मिलकर कर्नाटक की जीत का फार्मला तय करेंगे, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मात दे सकें.
अमित शाह का बेंगलुरु पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ. उसके बाद वह सीधे मल्लेश्वरम बेंगलुरु स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय ‘जगन्नाथ भवन' पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदेश भाजपा कार्यालय में पुस्तकालय का उद्घाटन किया और इसके बाद प्रदेश भाजपा कार्यालय में ही प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में शामिल हुए.
बीजेपी अध्यक्ष दोपहर बाद पार्टी सांसदों, विधायकों एवं विधान परिषद् के सदस्यों के साथ बैठक करेंगे. शाह शाम को प्रदेश पदाधिकारियों, विभागों के प्रभारियों एवं सहप्रभारियों, विभागों के संगठन सचिवों, जिला अध्यक्षों, जिला महासचिवों, मोर्चा अध्यक्षों, मोर्चा महासचिवों एवं प्रकोष्ठों के प्रदेश संयोजकों के साथ बैठक करेंगे. उनका शाम में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है. अमित शाह 13 अगस्त को सुबह प्रदेश भाजपा कार्यालय में राजनीतिक मामलों की समिति के साथ बैठक करेंगे और वर्ष 2018 में कर्नाटक विधान सभा चुनाव की तैयारियों पर एक प्रस्तुति पर विचार विमर्श करेंगे.
शाह ने श्री अडिचुंचनगिरि क्षेत्र, नागमंगला में जगद्गुरु श्री श्री श्री डॉ बालगंगाधरनाथ महास्वामीजी की बायोग्राफी पुस्तक ‘स्टोरी ऑफ़ ए गुरु' का विमोचन करेंगे. शाम में उनका अडिचुंचनगिरि इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल सायंस कैम्पस में श्री शाह बीजीएस इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के बीई और श्री अडिचुंचनगिरि इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी के प्रथम वर्ष के छात्रों के इंडक्शन प्रोग्राम को संबोधित करने का कार्यक्रम है.
उनका बेंगलुरु में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती कार्य विस्तारक बैठक को संबोधित करने और श्री रवि शंकर गुरुजी आश्रम जाने का भी कार्यक्रम है. तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन 14 अगस्त को बेंगलुरु में विभागों और योजनाओं की समीक्षा बैठक करेंगे. इसके बाद वह लोकसभा चुनाव प्रभारियों के साथ बैठक करेंगे और अनुसूचित जाति, जनजाति एवं ओबीसी वर्ग के नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे.
गौरतलब है कि कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा और पूर्व मुख्यमंत्री इश्वरप्पा के बीच सियासी शत्रुता जगजाहिर है. ऐसे में अमित शाह का दौर इसके मद्दे नजर भी देखा जा रहा है.