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भारतीय वायुसेना के विमान AN-32 के लापता हुए 7 दिन बीत चुके हैं. वायुसेना के साथ ही नौसेना और इसरो भी तलाश में जुटे हैं, लेकिन विमान का सुराग नहीं लग सका है. रविवार को खराब मौसम खोज और राहत कार्य में बाधक बना. बारिश और खराब मौसम के कारण खोज और राहत कार्य प्रभावित हुआ. हेलीकॉप्टर, यूएवी और C-130J ने तलाश अभियान के लिए उड़ान भरी, लेकिन खराब मौसम के कारण लैंड करना पड़ा.
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना ने शनिवार को विमान के संबंध में जानकारी देने वाले को 5 लाख इनाम देने की घोषणा की थी. इस्टर्न एयर कमांड के एयर मार्शल आरडी माथुर ने इसकी घोषणा की थी. दूसरी तरफ वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने भी शनिवार को ही असम के जोरहाट एयरफोर्स स्टेशन का दौरा किया था. धनोआ ने तलाशी अभियान की प्रगति के संबंध में जानकारी लेने के साथ ही अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे. वायुसेना प्रमुख ने लापता विमान में सवार अधिकारियों के परिजनों के साथ भी बातचीत की थी.
तलाश में जुटे हैं इसरो, नौसेना भी
लापता विमान की तलाश में वायुसेना के साथ ही इसरो और नौसेना भी जुटी है. वायुसेना के अनुसार जंगल और पहाड़ों में चल रहे चुनौतीपूर्ण तलाशी अभियान में इसरो भी उपग्रहों के माध्यम से मदद कर रहा है. मंगलवार से नौसेना का लंबी दूरी का समुद्री टोही विमान पी-8आई भी खोज और बचाव अभियान में जुटा है. पी-8आई समुद्री टोही, पनडुब्बी रोधी अभियानों और इलेक्ट्रॉनिक खुफिया अभियानों के लिए अत्याधुनिक सेंसर से लैस है. इस विमान में बहुत शक्तिशाली सिंथेटिक एपर्चर रडार है. वायुसेना के सी-130, एएन-32 विमान, दो एमआई-17 और सेना के एएलएच हेलीकॉप्टर पहले से अभियान में संलग्न हैं.
बता दें कि लापता विमान ने असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के लिए उड़ान भरी थी. उड़ान भरने के 45 मिनट बाद विमान से संपर्क टूट गया था. विमान में 5 क्रू मेंबर समेत कुल 13 लोग सवार थे.