
इम्फाल की एक अदालत ने जानी-मानी एक्टिविस्ट इरोम शर्मिला के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का मामला खारिज कर दिया है. बुधवार को कोर्ट के फैसले के बाद इरोम शर्मिला ने कहा कि अब वह एक फ्री वुमन हैं.
इरोम शर्मिला ने कहा है कि वह 10 अक्टूबर को अपनी राजनीतिक पार्टी बनाएंगी. इरोम शर्मिला ने इससे पहले मणिपुर में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (आफ्स्पा) हटाने की मांग लेकर लगभग 16 सालों तक भूख हड़ताल की थी. उन्होंने अगस्त में अपना अनशन तोड़ दिया था.
सबसे बड़ा अनशन खत्म करते वक्त हुई थी भावुक
जब इरोम शर्मिला ने अनशन खत्म किया था तो उन्होंने कहा था कि वो अपनी रणनीति में बदलाव कर रही हैं. इरोम ने कहा था, 'मैंने अपना संघर्ष खत्म नहीं किया. मैं अहिंसा का रास्ता अपनाऊंगी. मुझे शक्ति चाहिए. यहां की राजनीति बहुत गंदी है.' उन्होंने अपनी राजनीतिक मंशा साफ करते हुए कहा था कि वो मणिपुर की सीएम बनना चाहती हैं. इरोम शर्मिला ने कहा था, 'मुझे राजनीति के बारे में कुछ भी नहीं पता. मेरी ताकत लोगों की समस्याएं दूर करने के लिए होगी.' इरोम के 16 साल लंबे अनशन को इतिहास के सबसे लंबे भूख हड़ताल में गिना जाता है.