
आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम जिले में रविवार को नक्सलियों ने अराकू (अजनजा) विधानसभा सीट से विधायक किदारी सर्वेश्वर राव और पूर्व विधायक एस सोमा की गोली मार कर हत्या कर दी. नक्सलियों ने इस वारदात को रविवार सुबह विशाखापटनम से 125 किलोमीटर दूर डुंब्रीगुडा मंडल के थुटांगी गांव में अंजाम दिया. ये जगह ओडिशा की सीमा से लगती है.
इस घटना के बाद एक खबर यह निकल कर सामने आ रही है कि पुलिस ने विधायक को खतरे के प्रति आगाह किया था. पुलिस ने एक विधायक को संभावित नक्सली हमले को लेकर नोटिस भी जारी किया था. पुलिस की ओर से जारी एक चिट्ठी में कहा गया था कि 21 सितंबर से नक्सली अपने माओवादी संगठन का स्थापना दिवस मना रहे हैं. ऐसे में आशंका है कि वे जनप्रतिनिधियों को अपना निशाना बना सकते हैं.
पुलिस के पत्र में यह भी कहा गया है कि विधायक नक्सलियों के निशाने पर हैं, इसलिए पुलिस को बिना इत्तला किए वे कहीं न जाएं. नोटिस किदारी सर्वेश्वर राव को भेजा गया जिसपर अराकू पुलिस थाने के सब इंस्पेक्टर का दस्तखत भी है.
नक्सलियों ने सत्तारूढ़ दल तेलुगू देशम पार्टी के विधायक पर तब हमला किया, जब वह तेदेपा नेता और पूर्व विधायक एस. सोमा के साथ अपने विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे. विशाखापटनम के डीआईजी श्रीकांत ने कहा कि करीब 20 हथियाबंद नक्सली आए. उन्होंने आते ही पीएसओ से हथियार छीन लिए और फिर दोनों को मार डाला. अभी तक हमले का कारण नहीं पता चल सका है.
राव ने 2014 में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के टिकट से अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित अराकू विधानसभा क्षेत्र की सीट से टीडीपी के सोमा को हराया था. राव 2016 में टीडीपी में शामिल हो गए थे. पुलिस के अनुसार, राव और सोमा दोनों को नक्सलियों की तरफ से पहले भी धमकियां मिली थीं.