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कोरोना संकट के लिए नेवी ने बनाए थे ऑक्सीजन सैट्स, गैस लीक के बाद अस्पताल को सौंपे

विशाखापट्टनम में गैस लीक होने के बाद कई एजेंसियां राहत बचाव के काम में जुटी हैं. भारतीय नेवी की ओर से भी लगातार स्थानीय प्रशासन की मदद की जा रही है.

लगातार चल रहा है बचाव का काम (फोटो: AP) लगातार चल रहा है बचाव का काम (फोटो: AP)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 मई 2020,
  • अपडेटेड 1:56 PM IST

  • विशाखापट्टनम गैस लीक मामले में भारतीय नेवी एक्टिव
  • अस्पताल को सौंपे गए पोर्टेबल ऑक्सीजन सेट
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में हुई गैस लीक की वजह से 8 लोगों की मौत हो चुकी है. यहां स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और भारतीय नेवी ने रेस्क्यू का काम संभाला है और लोगों को जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है. इस बीच अब स्थानीय प्रशासन को भारतीय नेवी की तरफ से ऑक्सीजन मल्टी फीड मैनिफोल्ड के सैट दिए गए हैं.

गैस लीकेज से जुड़ी लाइव कवरेज पढ़ें...

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भारतीय नेवी की ओर से KG अस्पताल को ऐसे पांच सेट दिए गए हैं. साथ ही भारतीय नेवी की विशाखापट्टनम नेवल डॉकयार्ड की टीम अस्पताल में पहुंची हैं, जहां इन सेट्स को इन्स्टॉल करने में अस्पताल की मदद की जा रही है.

बता दें कि फैक्ट्री में गैस रिसाव के बाद करीब 200 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. वहीं 2000 से अधिक बेड को तैयार किया गया है, ऐसे में किसी भी तरह ऑक्सीजन की कोई कमी ना आए इसके लिए भारतीय नेवी की ओर से अस्पताल की मदद की जा रही है.

विशाखापट्टनम: गैस लीक का भयावह मंजर, सड़क पर ही गिरने लगे लोग

गैस रिसाव की वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है, आंखों में जलन हो रही है. भारतीय नेवी ने अस्पताल को जो पोर्टेबल मल्टीफीड ऑक्सीजन मैनिफॉल्ड सिस्टम दिए हैं, उन्हें भारतीय नेवी की ही विशाखापट्टनम नेवल डॉकयार्ड में डिजाइन किया गया है.

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इस सिस्टम को कोरोना संकट की वजह से बनाया गया था, ताकि एक साथ 6 लोगों को ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा सके. नेवी की ओर से स्थानीय प्रशासन को पहले ही 25 ऐसे सैट दिए जा चुके हैं जो कि कोरोना संकट की वजह से दिया गया था.

गुरुवार सुबह करीब ढाई बजे विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम में स्थित विशाखा एलजी पॉलिमर कंपनी में गैस रिसाव हुआ था. जिसके बाद लोगों को कई तरह की दिक्कतें हो रही थीं, आधी रात को ही लोगों को निकालने का काम शुरू किया गया.

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