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CM योगी के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करना पड़ा महंगा, एक और गिरफ्तार

गोरखपुर में पीर मोहम्मद नामक शख्स को योगी के खिलाफ अभद्र पोस्ट वायरल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जबकि दूसरा आरोपी धर्मेंद्र भारती फरार है.

पीर मोहम्मद नामक शख्स हुआ गिरफ्तार पीर मोहम्मद नामक शख्स हुआ गिरफ्तार
aajtak.in
  • गोरखपुर,
  • 10 जून 2019,
  • अपडेटेड 10:31 AM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का दौरा जारी है. गोरखपुर में पीर मोहम्मद नामक शख्स को योगी के खिलाफ अभद्र पोस्ट वायरल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जबकि दूसरा आरोपी धर्मेंद्र भारती फरार है.

बता दें, पीर मोहम्मद और धर्मेंद्र भारती ने शुक्रवार को फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट वायरल किया. इसकी शिकायत गोला के रहने वाले उमेश यादव ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से की. एसएसपी ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया. पुलिस ने आरोपी पीर मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पोस्ट तैयार करने वाले धर्मेंद्र भारती की तलाश की जा रही है.

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इससे एक दिन पहले ही यूपी पुलिस ने फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में एक शख्स के खिलाफ मामला दर्ज किया. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी वायरल होते ही हजरतगंज थाने की पुलिस हरकत में आ गई. थाने में तैनात उपनिरीक्षक की तहरीर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. शिकायत के मुताबिक प्रशांत कनौजिया नाम के युवक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया.

पुलिस प्रशांत कनौजिया के बारे में पता लगा रही है, जबकि कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि प्रशांत को गिरफ्तार कर लिया गया है.  बताया जा रहा है कि दिल्ली में प्रशांत को उनके प्लैट से गिरफ्तार किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रशांत ने मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर पत्रकारों से बातचीत करती हुई एक महिला का वीडियो साझा किया था. वीडियो में महिला बार बार कह रही है कि वह मुख्यमंत्री से शादी करना चाहती है.

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एक और ऐसी ही घटना हुई जिसमें नोएडा में एक लोकल न्यूज चैनल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के खिलाफ एक विषय पर डिबेट की जा रही थी. बताया जा रहा है कि चर्चा में बिना तथ्यों के बहस चल रही थी. इस चर्चा के खिलाफ नोएडा फेस 3 थाने में उपनिरीक्षक धर्मेंद्र सिंह की ओर से केस दर्ज कराया गया. इसके बाद जांच शुरू हुई जिसमें पाया गया कि उक्त चैनल के पास कोई लाइसेंस नहीं है. बाद में पुलिस ने लोकल चैनल के हेड और संपादक को गिरफ्तार कर लिया.

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