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पिछले 3 साल में 442 नक्सली ढेर, 6072 नक्सली गिरफ़्तार: गृह मंत्रालय

हाल ही में छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों ने माओवादियों के सफाए के लिए 'ऑपरेशन प्रहार' चलाया था, जिसका वीडियो भी सुरक्षा बलों ने जारी किया है. लगभग 56 घंटे चले नक्सलियों के ख़िलाफ़ ऑपरेशन में 20 से ज्यादा नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था.

एंटी नक्सली ऑपरेशन हुआ तेज एंटी नक्सली ऑपरेशन हुआ तेज
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 25 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 11:24 AM IST

देश में नक्सली वारदातों की खिलाफ सुरक्षा बलों ने एंटी नक्सल ऑपरेशन भी तेज कर दिए हैं. गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मतुाबिक 2014 में मोदी सरकार आने के बाद नक्सलियों के खिलाफ चलाए जाने वाले ऑपरेशन में बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट से खुलासा हुआ है, कि 2014 से 30 जून 2017 तक 442 नक्सली 10 नक्सल प्रभावित राज्यों में अलग-अलग ऑपरेशन के जरिए ढेर किए गए हैं.

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नक्सलियों के खिलाफ लगातार सीआरपीएफ की तरफ से 'ऑपरेशन ऑल आउट' चलाया जा रहा है जिसमें नक्सलियों के खात्मे का पूरा प्लान है. साथ की इसमें नक्सलियों को सरेंडर कराने की कोशिशें भी की जाती हैं. गृह मंत्रालय की रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक 2014 से लेकर 30 जून 2017 तक 6072 नक्सलियों को अलग-अलग राज्यों से ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तार किया गया है.

रिपोर्ट में इस बात की जानकारी भी मिली है कि अकेले छत्तीसगढ़ जो कि देश का सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित राज्य है, वहां पर इस साल 30 जून तक 52 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने अलग-अलग ऑपरेशन में ढेर किया है. यही नहीं 384 नक्सलियों को इस दौरान सुरक्षा बलों ने अकेले छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किया है.

नक्सलियों ने बीते 11 मार्च 2017 को सुकमा में सीआरपीएफ की टुकड़ी पर हमला किया था. साथ ही 24 अप्रैल 2017 को बुर्कापाल पोस्ट पर नक्सली हमला हुआ था जिसमें 25 CRPF के जवान शहीद हो गए थे और 7 जवान घायल हुए थे. इन बड़े हमलों के बाद सरकार ने नक्सली वारदातों के खिलाफ सख्ती से निपटने के निर्देश दिए थे.

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हाल ही में छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों ने माओवादियों के सफाए के लिए 'ऑपरेशन प्रहार' चलाया था, जिसका वीडियो भी सुरक्षा बलों ने जारी किया है. लगभग 56 घंटे चले नक्सलियों के ख़िलाफ़ ऑपरेशन में 20 से ज्यादा नक्सलियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. इस ऑपरेशन के दौरान तीन जवान शहीद हुए और 7 जवान जख्मी भी हुए थे. मारे गए नक्सलियों में कई बड़े कमांडर भी शामिल हैं. इस ऑपरेशन को एसटीएफ, डीआरजी और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन और एयर फोर्स ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया था. 'ऑपरेशन प्रहार' बीजापुर और सुकमा जिले में एक साथ शुरू किया गया था.

 

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