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कश्मीर के शोपियां में रविवार देर शाम हुए एनकाउंटर में सेना ने भी अब मान लिया है कि मुठभेड़ में तीन नागरिकों की मौत हुई है. राष्ट्रीय राइफल के ब्रिगेडियर हरबीर सिंह ने कहा है कि फायरिंग में तीन आम लोगों की भी मौत हुई है. हालांकि सेना ने मारे गए चौथे व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है.
तीनों नागरिके थे, आतंकियों से कनेक्शन की जांच जारी
एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि नागरिकों और ओवर ग्राउंड वर्कर यानि आतंकियों के मददगारों में बहुत बारीक अंतर होता है. फिलहाल ये जांच का विषय है. हालांकि ये तीनों नागरिक थे, फिर भी हम ये जांच कर रहे हैं कि वे आतंकियों की किस तरह से मदद कर रहे थे.
बी कैटेगरी के थे दोनों आतंकवादी
रविवार रात हुए हमले में दो आतंकियों की मौत हुई थी, दोनों ही लश्कर से जुड़े हुए थे. उनके कब्जे से एक एके 47 राइफल, 3 मैगजीन, और 84 राउंड गोलियां बरामद हुई थीं. इनमें से एक आतंकी पिछले साल जुलाई में जबकि दूसरा नवंबर में लश्कर से जुड़ा था. दोनों ही बी कैटेगरी के आतंकवादी थे.
रविवार रात 8 बजे हुई थी मुठभेड़
रविवार देर शाम आतंकियों ने शोपियां जिले के पहनू इलाके में स्थित आर्मी कैंप पर गोलीबारी की थी. आतंकियों ने रात 8 बजे जवानों के एक काफिले पर फायरिंग की थी. शाहिद अहमद डार, शोपियां के जामनगरी इलाके का रहने वाला था. सेना ने पहले चार लोगों को आतंकियों का मददगार बताया था. लेकिन इलाके के लोगों का कहना था कि वे स्थानीय नागरिक थे न कि आतंकी.
नागरिकों की मौत से इलाके में तनाव
इस मुठभेड़ में चार और लोगों की मौत हो गई थी. तीन लोगों का शव रात में ही मिल गया था, जबकि चौथे व्यक्ति का शव सोमवार सुबह तलाशी के दौरान मिला था. नागरिकों की मौत से इलाके में तनाव फैल गया.
दो आतंकियों समेत छह लोगों की मौत के एक दिन बाद सोमवार को कई स्थानों पर एहतियातन प्रतिबंध लगा दिए गए और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं. प्रदर्शनों की आशंका के चलते प्रशासन ने श्रीनगर के कुछ हिस्सों और दक्षिण कश्मीर में प्रतिबंध लगा दिया है. राज्य लोक सेवा आयोग ने सोमवार को होने वाली सिविल सर्विसेज की परीक्षाओं को रद्द कर दिया है. दक्षिण कश्मीर में इंटरनेट और रेल सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं और श्रीनगर में दुकानें, अन्य प्रतिष्ठान और सार्वजनिक परिवहन के साधन भी बंद हैं.
एक शव सोमवार सुबह बरामद हुआ
पुलिस के मुताबिक शोपियां के सैदपोरा क्षेत्र से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी आशिक हुसैन का गोलियों से छलनी शव मिला है. वह 13 नवंबर, 2017 से लापता था. मुठभेड़ स्थल से करीब 250 मीटर की दूरी पर सोमवार सुबह एक अन्य स्थानीय नागरिक गौहर अहमद लोन (24) का शव भी बरामद किया गया था.
मुख्यमंत्री ने नागरिकों की मौत पर दुख जताया
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह शोपियां में हुई गोलीबारी में नागरिकों की मौत से दुखी हैं. उन्होंने मृतकों के परिवार वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारुख और यासीन मलिक ने इन मौतों के विरोध में बंद का आह्वान किया है.