
सेना एवं अधिकारियों की अपील के बावजूद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के नाराज अनुयायी शनिवार भी डेरा मुख्यालय के परिसर में जमे हुए हैं. सेना एवं अधिकारियों ने डेरा अनुयायियों से यहां से जाने की अपील की है. राम रहीम को बलात्कार का दोषी ठहराये जाने के बाद शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद सेना ने पुलिस के साथ मिलकर डेरा सच्चा सौदा परिसरों के प्रवेश स्थानों पर अवरोधक लगाए थें. हालांकि पुलिस ने बताया है कि यहां शुक्रवार रात से 15 डेरा अनुयायियों को गिरफ्तार किया गया हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपना नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि सेना अपने विकल्पों पर विचार कर रही हैं.
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हिसार के महानिरीक्षक (आईजी) ए एस डिल्लो ने कहा कि ‘कानून को अपने हाथ में लेने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. हम उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे’. बता दें कि अभी भी महिलाओं एवं बच्चों समेत करीब एक लाख लोग डेरा मुख्यालय में मौजूद हैं. सेना और जिला अधिकारी लाउडस्पीकरों से घोषणाएं कर रहे हैं और लोगों से परिसर छोड़ने की अपील कर रहे हैं.
सूत्रों ने बताया कि सेना को बीती रात विशाल डेरा परिसर का मानचित्र उपलब्ध कराया गया था जोकि करीब 1,000 एकड़ में फैला परिसर अपने आप में एक बस्ती की तरह है जिसमें स्कूल, खेल गांव, अस्पताल और सिनेमा हॉल भी हैं. बलात्कार मामले में राम रहीम के खिलाफ सीबीआई की विशेष अदालत के फैसला सुनाने से पहले बड़ी तादाद में डेरा अनुयायी डेरा मुख्यालय और पंचकूला पहुंचे थे. पंचकूला में सीबीआई अदालत द्वारा वर्ष 2002 के मामले में शुक्रवार को राम रहीम के दोषी ठहराये जाने के बाद उग्र डेरा अनुयायी हिंसा पर उतारू हो गए और सुरक्षा कर्मियों के साथ झड़प करने लगे थे.
पंचकूला में कम से कम 29 लोगों की मौत हो चुकी है, 250 लोग घायल हो गए है जबकि सिरसा में हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हुई हैं. राम रहीम के दोषी ठहराये जाने के बाद उसे रोहतक के सुनारिया जेल ले जाया गया. उस इलाके में भी केंद्रीय बलों को तैनात किया गया हैं. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि स्थिति तनावपूर्ण होने के बावजूद नियंत्रण में हैं.
नवंबर 2014 में हिसार में भी स्वयंभू बाबा रामपाल के अनुयायियों और पुलिस के बीच दो हफ्ते तक चले तनावपूर्ण गतिरोध के दौरान पांच महिलाओं और एक बच्चे की मौत हुई थी.
#WATCH Army, Police and Rapid Action Force enter the premises of #DeraSachaSauda in Haryana's Sirsa #RamRahimSingh pic.twitter.com/YKMHbaMIFa