
मणिपुर और नगालैंड में सेना ने एक बड़ी कार्रवाई में नगा उग्रवादियों के कई ठिकाने तबाह कर दिए. सेना को नगा ग्रुप एनएससीएन (आईएम) के ठिकानों की खुफिया जानकारी मिली थी. इसके बाद इन ठिकानों पर निगरानी बढ़ाई गई और उन्हें नष्ट कर दिया गया. 6 जुलाई को सेना ने केकरू नगा गांव में उग्रवादियों के कैंपों का पता लगाया था जिन्हें तबाह किया गया है.
संघर्षविराम के नियमों के मुताबिक, एनएससीएन (आईएम) के कैडर पहले से तय कैंपों में ही रह सकते हैं. किसी दूसरे कैंप या ठिकाने में उनका रहना अवैध माना जाता है. केकरू नगा गांव का ठिकाना पूरी तहर से गैरकानूनी था जिसे आर्मी ने खत्म कर दिया.
साल 2015 में केंद्र सरकार और उग्रवादी संगठन नेशनलिस्ट सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (इसाक-मुईवा, एनएससीएन आईएम) के बीच एक फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर दस्तखत किया गया. केंद्र सरकार तब से कई नगा विद्रोही गुटों के साथ वार्ता कर रही है लेकिन अभी तक अंतिम समझौता होना बाकी है. केंद्र और उग्रवादी संगठनों के बीच बातचीत अर्से से जारी है, इसलिए सरकार ने सेना को सावधानी के साथ कार्रवाई करने की हिदायत दी है क्योंकि नगा संगठनों के खिलाफ कोई सख्त कदम शांति वार्ता को बेपटपरी भी कर सकता है. ये हिदायत एनएससीएन (आईएम) के लिए काफी अहम है.
सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया, 'एनएससीएन (आईएम) कैडरों के केकरू नगा गांव में छुपने की खुफिया जानकारी मिली थी. इस संगठन की ओर से नूंगबा इलाके में उगाही करने की शिकायत मिली थी. इसे देखते हुए 5 जुलाई की रात एक सुनियोजित कार्रवाई को अंजाम दिया गया. हालांकि नगा उग्रवादियों को सेना के मार्च की जानकारी मिली और वे कैंपों से भाग गए. उनके ठिकानों से हथियार, गोला-बारूद, तंबू, यूनिफॉर्म और लड़ाई के सामान मिले हैं.'
सेना की इस कार्रवाई में एनएससीएन (आईएम) के एक सक्रिय कैडर की भी जानकारी मिली जिसने अपनी वर्दी को त्याग दिया था और स्थानीय आबादी के साथ मिलने की कोशिश कर रहा था. शनिवार की कार्रवाई में 125 राउंड गोलियां, 1 एसएलआर और एके राइफल की 26 राउंड गोलियां बरामद हुई हैं. इस इलाके में सेना पुलिस, इंटेलिजेंस एजेंसी, प्रशासन और स्थानीय लोगों के साथ सक्रियता से काम कर रही है ताकि ऐसे उग्रवादी लोगों और उनके ठिकानों की पहचान की जा सके. एनएससीएन (आईएम) कैंपों को पहचान कर उन्हें नष्ट करने की कार्रवाई जारी है.