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जेटली ने कहा- 'देश की सुरक्षा चुनौती', बढ़ाया जा सकता है रक्षा बजट

उरी अटैक के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच जेटली ने कहा है कि भारत सुरक्षा चुनौती से जूझ रहा है.

जेटली ने आईएस के खतरों का भी किया जिक्र जेटली ने आईएस के खतरों का भी किया जिक्र
अभि‍षेक आनंद
  • नई दिल्ली,
  • 28 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 2:23 PM IST

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि देश की संप्रभुता और सुरक्षा जरूरी है और इसके लिए संसाधन जुटाने पर किसी भी दूसरी चीज से अधिक प्राथमिकता दी जाएगी. अरुण जेटली का इशारा, देश की रक्षा बजट बढ़ाने को लेकर भी था.

मुंबई में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया बैंकिंग कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेते हुए अरुण जेटली ने यह बात कही. उरी अटैक के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच जेटली ने कहा है कि भारत सुरक्षा चुनौती से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि इसकी वजह से देश के संसाधन सुरक्षा पर खर्च करने होंगे और सरकार इसे टॉप प्रायरिटी देगी.

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आईएस के खतरों का भी किया जिक्र
उरी अटैक में 18 जवान शहीद हो गए थे, तभी से केंद्र सरकार पाकिस्तान पर कार्रवाई करने को लेकर विचार कर रही है. मुंबई के कार्यक्रम में बोलते हुए वित्त मंत्री ने इस्लामिक स्टेट से होने वाले खतरों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर अनिश्चितता है. जेटली ने कहा- 'आपके पास अनिश्चितता है. आईएस के खतरे और घटनाओं को लेकर दुनिया में काफी बड़ी चुनौती पैदा हो गई है. एक ग्लोबल इकोनॉमी इससे अलग नहीं हो सकती.'

उन्होंने जनता के बीच अनिश्चिचता की बात भी कही और ब्रिएग्जिट का उदाहरण भी दिया. जेटली ने कहा कि संभव है कि अप्रैल 2017 तक जीएसटी लागू हो जाए. उन्होंने कहा कि पिछले 25 सालों के मुकाबले, देश आज उस जगह खड़ा है जहां पूरा एक नया जेनरेशन है जिसकी आकांक्षाएं काफी अधिक है और वह पब्लिक ओपिनियन को भी गाइड कर रहा है.

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