Advertisement

ओवैसी बोले- इस्लामिक स्टेट के आतंकी 'जहन्नुम के कुत्ते', इन्हें खत्म करने के लिए एकजुट हों मुसलमान

हैदराबाद में गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट के संदिग्ध आतंकियों को कानूनी मदद देने का हाल ही में ऐलान करने वाले असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट के आतंकी जहन्नुम के कुत्ते हैं.

जिहाद करना है तो हथियार न उठाएं मुस्लिम युवा जिहाद करना है तो हथियार न उठाएं मुस्लिम युवा
आशीष पांडेय
  • हैदराबाद,
  • 09 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 9:16 AM IST

हैदराबाद में गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट के संदिग्ध आतंकियों को कानूनी मदद देने का हाल ही में ऐलान करने वाले असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट के आतंकी 'जहन्नुम के कुत्ते' हैं. ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमिन के प्रमुख औवैसी ने शुक्रवार ने भारतीय मुसलमानों से इस्लामिक स्टेट के आतंक के खात्मे के लिए एकजुट होने की अपील भी की.

Advertisement

इस्लाम के लिए मरें नहीं, इंसानियत के लिए जिंदा रहें
पार्टी मुख्यालय दारउसल्लाम हैदराबाद में आयोजित एक जलसे में ओवैसी ने इस्लामिक स्टेट (IS) को जमकर आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि आईएस इस्लाम विरोधी ताकतों का औजार है. उन्होंने मुस्लिम युवाओं से अपील की कि वे इस्लाम और इसानियत के लिए जिंदा रहें. उन्होंने कहा कि इस्लाम के लिए मरें नहीं बल्कि इंसानियत के लिए जिंदा रहें. यह हमारा मुल्क है, इसलिए मिलकर रहना चाहिए.

इस्लामिक स्टेट के आतंकी जहन्नुमी कुत्ते, इनसे बचें
ओवैसी ने मुस्लिम युवाओं से अपील की कि वे इस्लामिक स्टेट के चंगुल में फंसने से बचें . उन्होंने कहा कि मदीना में पैगंबर मोहम्मद की मस्जिद के सामने आईएस का हमला इस्लाम के दुश्मनों की ओर से है. इस्लामिक स्टेट इस्लाम को ही खत्म करने पर तुला है. इसके आतंकी जहन्नुम के कुत्ते हैं.

Advertisement

जिहाद करना है तो हथियार न उठाएं मुस्लिम युवा
ओवैसी ने कहा कि जिन लोगों ने रोजा नहीं रखा, रक्का में इन सबका कत्ल किया गया. ऐसे लोगों को ही को काट देना चाहिए. ओवैसी ने ऐलान किया कि अगर अबू बकर अल बगदादी उन्हें मिल जाएं तो उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाएंगे. ओवैसी ने मुस्लिमों से हथियार न उठाने की अपील की. उन्होंने कहा कि जिहाद करना है तो हथियार न उठाओ. गरीबों को बचाओ, उनकी मदद करो, गरीब बच्चियों की शादी कराओ यही जिहाद है.

इस्लाम को बदनाम कर रहा है इस्लामिक स्टेट
एमआईएम के इस जलसे में आम राय से एक प्रस्ताव पास कर इस्लामिक स्टेट की कड़ी निंदा की गई. प्रस्ताव में कहा गया कि इस्लामिक स्टेट ने पवित्र रमजान महीने में भी बेगुनाहों की हत्या कर इस्लाम को बदनाम किया है. आईएस इस्लाम के लिए कुछ नहीं कर रहा है, बल्कि उसकी गतिविधियों से इस्लाम की जड़ें कमजोर हो रही हैं. आईएस न केवल गैरइस्लामिक है बल्कि यह जो पश्चिम ताकतें इस्लाम के दुश्मन हैं उनके हाथों का औजार बन गया है. ये इस्लाम की आड़ में उसे बदनाम कर रहे हैं.

आतंक ने पैगंबर मोहम्मद की मस्जिद को भी नहीं बख्शा
ओवैसी ने इस्लामिक स्टेट पर निशाना साधते हुए कहा कि रमजान में बगदाद, इस्तांबुल, ढाका समेत दुनिया के कई हिस्सों में आईएस ने मुस्लिम, गैरमुस्लिम समेत 300 से अधिक बेगुनाहों की जान ले ली. ये लोग इस्लाम को तबाह करना चाहते हैं. इन जहन्नुमी कुत्तों ने मदीना में पैगंबर मोहम्मद की मस्जिद को भी नहीं बख्शा.

Advertisement

गौरतलब है कि इससे पहले इस्लामिक स्टेट के खिलाफर दिए गए बयान की वजह से ओवैसी को कथित रूप से जान से मार देने की धमकी मिली थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement