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JNU हिंसा पर बोले अश्विनी कुमार चौबे- कुछ राजनीतिक दल युवाओं को हिंसा के लिए उकसा रहे

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) हिंसा मामले में कहा है कि कुछ राजनीतिक दल युवाओं को हिंसा के लिए उकसा रहे हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे (फाइल फोटो@AshwiniKChoubey) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे (फाइल फोटो@AshwiniKChoubey)
aajtak.in
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  • 12 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 5:06 PM IST

  • JNU हिंसा पर बोले केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे
  • राजनीतिक हिंसा के लिए युवाओं का हो रहा इस्तेमाल
  • JNU में हुई हिंसा अस्वीकार्य, सच हुआ बेनकाब

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) हिंसा मामले में कहा है कि कुछ राजनीतिक दल युवाओं को हिंसा के लिए उकसा रहे हैं.

अश्विनी कुमार चौबै ने कहा कि छात्र घृणा के लिए नहीं हैं. अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है. अहिंसा से ही हम इस राष्ट्र को आगे ले जा सकते हैं. जेएनयू में हुई हिंसा अस्वीकार्य है. सच सामने आ चुका है. नकाब के पीछे वामपंथी लोग थे. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने अपने लोगों को ही पीटा था.

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गौरतलब है कि जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में भड़की हिंसा की पूरी प्लानिंग की गई थी. इस हिंसा के लिए एक व्हाट्सअप ग्रुप बनाया गया और इसी के जरिये लोगों को जोड़ा गया था. दिल्ली पुलिस ने इस ग्रुप के 7 और लोगों की पहचान की है जिन पर हिंसा में शामिल होने का आरोप है. इससे पहले 37 लोगों की पहचान की जा चुकी है. ऐसे में व्हाट्सअप ग्रुप में शामिल कुल 60 में से 44 लोगों की अब तक पहचान हो चुकी है. पुलिस इसे आधार मान कर अपनी तफ्तीश पर काम कर रही है.

जेएनयू हिंसा को बेनकाब करने के लिए 'आजतक' ने एक स्टिंग ऑपरेशन किया था. इसमें कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई थीं जिसे दिल्ली पुलिस ने भी माना है और अपनी जांच का हिस्सा बनाया है. स्टिंग में यह बात भी सामने आई थी कि हिंसा की योजना एक व्हाट्सएप ग्रुप में बनी थी. यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट नामक इस ग्रुप से जुड़े 44 लोगों की पहचान क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने कर ली है. क्राइम ब्रांच के अनुसार इन आरोपियों को जल्द नोटिस भेजा जाएगा.

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'आजतक' ने शुक्रवार को स्टिंग ऑपरेशन का प्रसारण किया था, जिसमें छात्रों ने अंडरकवर रिपोर्टर से हिंसा को लेकर कई खुलासे किए थे. हिंसा का ताना-बाना कैसे बुना गया, कौन-कौन लोग इस हिंसा में शामिले थे समेत विभिन्न बिंदुओं पर बात करने के साथ ही आरोपियों ने वीडियो में खुद ही अपनी पहचान भी की थी और यह भी बताया था कि इसमें उनकी भूमिका क्या थी.

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