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भारत कोई धर्मशाला नहीं, जहां कोई भी आकर बस जाए: सुब्रमण्यम स्वामी

राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, भारत कोई धर्मशाला नहीं है जहां पर कोई भी किसी भी देश से आकर बस जाए. अभी तो असम में एनआरसी लागू हुआ है. अगर हमारी सरकार पश्चिम बंगाल में आएगी तो हम वहां पर भी एनआरसी लागू करेंगे.

राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी
रणविजय सिंह/जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 31 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 2:39 PM IST

एनआरसी को लेकर राज्यसभा में लगातार हंगामा चल रहा है. विपक्ष ने एनआरसी को लागू करने के मुद्दे पर अमित शाह के भाषण के दौरान जमकर हंगामा किया. जिस वजह से राज्‍यसभा को बुधवार तक के लिए स्‍थगित करना पड़ा. बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले पर कहा, अगर कोई चटाई लेकर भारत के अंदर आ जाए तो क्या वह भारत का नागरिक हो जाएगा.

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राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, भारत कोई धर्मशाला नहीं है जहां पर कोई भी किसी भी देश से आकर बस जाए. अभी तो असम में एनआरसी लागू हुआ है. अगर हमारी सरकार पश्चिम बंगाल में आएगी तो हम वहां पर भी एनआरसी लागू करेंगे.

सुब्रमण्यम स्वामी ने यह भी कहा कि श्रीलंका से आए हुए तमिल प्रवासियों को भी हटाया जाना चाहिए. मूल बात यह है कि हमारे देश का जब विभाजन हुआ था तब उनको एक अलग देश मिल गया था. मेरा मानना है कि जब उनको अलग देश मिल गया तो वह भारत के में घुसपैठिए के तौर पर रह रहे हैं.

जिनके पास नागरिक बनने का अधिकार है, उनको हम नागरिकता दे रहे हैं. जो लोग अवैध नागरिकता लेकर यहां पर रह रहे हैं उनको हम नहीं छोड़ रहे. मेरा मानना है कि हर प्रांत में इस तरीके से अवैध तौर पर जो लोग रह रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.

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मैं तो यह चाहता हूं कि देश की अस्मिता बचाने के लिए इस तरीके का काम करना चाहिए. मेरा मानना है कि ममता बनर्जी अगर एनआरसी का विरोध कर रही हैं और यह गलती करती हैं तो वहां की जनता उनकी सरकार को उखाड़ फेंकेगी.

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