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असम में हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच गुवाहाटी एयरपोर्ट पर फंसे हजारों लोग

लोगों का कहना है कि जब शुक्रवार को 8 बजे से 1 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई तब भी ड्राइवरों ने जाने से इनकार कर दिया. हालांकि, कुछ ड्राइवरों ने मौके का फायदा उठाते हुए शांतिपूर्ण इलाकों में भी लोगों को पहुंचाने के लिए कई गुना ज्यादा पैसे मांगे.

विरोध प्रदर्शन के चलते गुवाहाटी एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में यात्री फंसे हुए हैं. फोटो PTI विरोध प्रदर्शन के चलते गुवाहाटी एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में यात्री फंसे हुए हैं. फोटो PTI
मुनीष पांडे
  • दिसपुर,
  • 13 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 8:50 PM IST

  • विरोध प्रदर्शनों के बीच शहर में वाहनों की आवाजाही बंद
  • शहर में वाहनों की उपलब्धता न होने के चलते यात्रा रद्द

नागरिकता कानून के विरोध में पूर्वोत्तर राज्यों के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शनों के बीच गुवाहाटी एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में यात्री फंसे हुए हैं. शहर में वाहनों की आवाजाही बंद है. गुरुवार को यहां से कई उड़ानें रद्द कर दी गईं लेकिन कई उड़ानें जो देश के विभिन्न हिस्सों से संचालित होती हैं, वे गुवाहाटी एयरपोर्ट पहुंची तो, लेकिन शहर में वाहनों की उपलब्धता न होने के चलते उनकी आगे की यात्रा स्थगित करनी पड़ी. गौरतलब है कि गुरुवार देर रात राष्ट्रपति ने नागरिकता संशोधन बिल पर हस्ताक्षर कर दिए, जिसके बाद ये कानून बन गया है.

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एयरपोर्ट पर फंसे लोगों ने की नाराजगी जाहिर

अपने परिवार के साथ एयरपोर्ट पर फंसे संजय ने नाराजगी जाहिर करते हुए बताया, 'मैं मुंबई से यहां सुबह 10 बजे पहुंचा लेकिन कोई वाहन नहीं चल रहे हैं, जिसके चलते मेघालय में अपने घर तक नहीं जा पा रहा हूं. सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों को हो रही है. यहां तक कि उनके लिए दूध तक उपलब्ध नहीं है. मेरा सवाल बस इतना है कि अगर हालत इतनी खराब है तो इन उड़ानों को आने ही क्यों दिया गया.'

अपनी 80 वर्षीय मां के साथ शुक्रवार को फंसे एक अन्य यात्री विष्णु ने आजतक से कहा, 'मैं अपनी मां के लिए चिंतित हूं. ठंड का मौसम है और हमें कोई वाहन नहीं मिल रहा है. सभी ड्राइवरों ने शहर की ओर जाने से इनकार कर दिया.'

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आजतक ने वाहन के ड्राइवरों से बात की तो उन्होंने जाने से इनकार करने की वजहें गिनाईं. एक ड्राइवर ने कहा, 'अगर हम शहर की ओर जाते हैं तो हमारी गाड़ियों में तोड़फोड़ होगी, इन्हें जला दिया जाएगा. हम कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहते, इसलिए हम नहीं जा रहे हैं.' एक और कैब ड्राइवर ने कहा, 'जब प्रदर्शनकारी पुलिस के वाहनों को नहीं छोड़ रहे हैं तो हमारी सुरक्षा कौन करेगा.'

8 बजे से 1 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी

शुक्रवार को 8 बजे से 1 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई, तब भी ड्राइवरों ने जाने से इनकार कर दिया. हालांकि, कुछ ड्राइवरों ने मौके का फायदा उठाते हुए शांतिपूर्ण इलाकों में भी लोगों को पहुंचाने के लिए कई गुना ज्यादा पैसे मांगे.

गुरुवार की शाम को जब एयरपोर्ट पूरी तरह भरा हुआ था, सीआईएसएफ और असम पुलिस ने मिलकर छह बसों में भरकर यात्रियों को पलटन बाजार के लिए रवाना किया. हालांकि, अब भी एयरपोर्ट पर सैकड़ों लोग ऐसे हैं जिन्हें गुवाहाटी से बाहर जाना है और उनके पास कोई विकल्प मौजूद नहीं है.

गुवाहाटी एयरपोर्ट के आसपास के होटल पूरी तरह भरे हुए हैं और जो पलटन बाजार में पहुंच गए हैं, उन्हें वहां होटलों और लॉज में रुकने के लिए सामान्य से ज्यादा किराया देना पड़ रहा है.

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