
अटल बिहारी वाजपेयी गंभीर बीमारी की वजह से पिछले नौ हफ्ते से AIIMS में भर्ती थे. इस दौरान कई डॉक्टर और नर्स की एक टीम ने लगातार उनकी देखभाल की. अटल बिहारी का गुरुवार को शाम 5.05 बजे निधन हो गया, लेकिन इन डॉक्टर और नर्स को इस बात का गर्व है कि उन्हें इस सेवा का मौका मिला.
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इन डॉक्टर और नर्स का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में जब वाजपेयी की हालत बिगड़ती जा रही थी, तब उनके ऊपर काफी दबाव था. लेकिन वे इसको अपना सौभाग्य मानते हैं कि उन्हें वाजपेयी की सेवा का अवसर मिला.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की देखभाल करने वाली एक नर्स ने कहा, 'इसे वर्णन नहीं किया जा सकता कि जिस व्यक्ति को आप टेलीविजन पर जोशपूर्ण तरीके से भाषण देते देखकर बड़े हुए हों, उनको अचानक शक्तिहीन बिस्तर पर पड़े देखकर कैसा लगता है.'
गौरतलब है कि वाजपेयी को रूटीन चेकअप के लिए 11 जून को एम्स में भर्ती करना पड़ा था. डॉक्टरों को पता चला कि उन्हें गुर्दे का संक्रमण, पेशाब नली में संक्रमण, सीने में कंजेशन जैसी कई समस्याएं हैं. एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया के नेतृत्व में पांच डॉक्टरों की टीम बनाकर उनका इलाज शुरू किया गया था.
सूत्रों के मुताबिक वाजपेयी की सेहत पिछले हफ्ते शनिवार से ज्यादा खराब होने लगी. इस हफ्ते गुरुवार को जिस दिन उनकी मौत हुई, दोपहर से ही यह साफ हो गया था कि उनके दोनों फेफड़ों में निमोनिया की वजह से काफी हवा जमा हो गई है और उसमें पहले से काफी पानी भरा हुआ था. उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी और उनके अंग काम करना बंद करने लगे. उन्हें बचाया नहीं जा सका.