
अयोध्या राम जन्मभूमि मामले में मुस्लिम पक्ष के वकील एजाज मकबूल ने मध्यस्थता की कोशिशों और कथित पेशकश पर कहा कि जब हिन्दू पक्ष खुले तौर पर कह चुके है कि मध्यस्थता में भाग नहीं लेंगे तो आखिरकार मध्यस्थता कैसे हो सकती है? मकबूल ने कहा कि हमें जो प्रस्ताव दिया गया है, उसे हम स्वीकार नहीं करते हैं.
एजाज मकबूल ने बताया कि मध्यस्थता में सीमित लोगों ने हिस्सा लिया था. निर्वाणी अखाड़ा से महंत धर्मदास, सुन्नी वक्फ बोर्ड से जफर फारूकी और हिन्दू महासभा से चक्रपाणि सहित अन्य दो लोगों ने हिस्सा लिया था. मध्यस्थता कमिटी ने जो ताजा प्रयास किया है, उसमें उनका कोई अधिकृत आदमी शामिल नहीं है.
वहीं अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकारों में मतभेद और मनभेद उभरने के बाद हिन्दू महासभा के वकील विष्णु शंकर जैन ने बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि दोतरफा बात करने वाले मुस्लिम पक्षकार कोर्ट का वक्त जाया करने के नैतिक गुनहगार हैं.
बता दें कि अयोध्या जमीन विवाद मामले में 40 दिनों की सुनवाई पूरी हो चुकी है. अब इस पर फैसले का इंतजार किया जा रहा है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है.