Advertisement

बैंक कर्मियों की 48 घंटे की हड़ताल, 10 लाख से ज्यादा कर्मचारी होंगे शामिल

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) की प्रस्तावित हड़ताल 30 मई को सुबह 6 बजे शुरू होगी और एक जून को सुबह छह बजे तक चलेगी. बैंककर्मी वेतन संशोधन जल्द करने की मांग कर रहे हैं. उनका वेतन संशोधन एक नवंबर, 2017 को ही किया जाना था.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
अजीत तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 12 मई 2018,
  • अपडेटेड 12:19 AM IST

सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों के 10 लाख से ज्यादा कर्मी 30 मई से 48 घंटों की हड़ताल पर जा रहे हैं. ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाईज एसोसिएशन (एआईबीईए) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है.

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) की प्रस्तावित हड़ताल 30 मई को सुबह 6 बजे शुरू होगी और एक जून को सुबह छह बजे तक चलेगी. बैंककर्मी वेतन संशोधन जल्द करने की मांग कर रहे हैं. उनका वेतन संशोधन एक नवंबर, 2017 को ही किया जाना था.

Advertisement

एआईबीईए के महासचिव सी. एच. वेकंटचलम ने बताया, 'हड़ताल का नोटिस बैंक प्रबंधन की प्रतिनिधि संस्था, इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) और मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय), नई दिल्ली को दे दिया गया है.'

यूबीएफयू बैंकिंग क्षेत्र की 9 यूनियनों की एक नेतृत्वकारी संस्था है, जो बैंककर्मियों और अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करती है. यूएफबीयू और आईबीए के बीच वेतन संशोधन को लेकर मुंबई में 5 मई को हुई बैठक असफल रही थी.

वेंकटचलम ने कहा कि आईबीए ने 31 मार्च, 2017 को बैंकों के कुल वेतन बिल पर 2 फीसदी की वृद्धि की पेशकश की थी, जबकि पिछले 10वें उभयपक्षीय मजदूरी निपटारे में, जो एक नवंबर, 2012 से प्रभावी था, आईबीए कुल वेतन बिल में 15 फीसदी की वृद्धि करने पर सहमत हुआ था.

वेंकटचलम ने कहा कि यूनियनों ने आईबीए के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि सरकार ने आईबीए से एक नवंबर, 2017 से पहले वेतन संशोधन समझौते को पूरा करने के लिए कहा था, लेकिन इसमें देरी हो रही है.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement