
बेंगलुरु में सोमवार रात भारी बारिश हुई. शहर के कई इलाकों में पानी भर गया. दक्षिण बेंगलुरु का पूरा हिस्सा लगभग तबबतर है. यहां के बेलंदूर झील की हालत यह है कि पानी की सतह पर फैला झाग कभी भी ओवरफ्लो हो सकता है.
झील में बना झाग सड़कों पर पसर सकता है, इसका खतरा लोगों के सामने मंडरा रहा है. बेंगलुरु विकास प्राधिकरण ने इसे रोकने के कई प्रबंध किए हैं और पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है लेकिन झाग काबू में नहीं आ रहा.
इस झील का पानी इतना गंदा है कि गर्मी हो या बारिश, हर सीजन में इससे गंभीर परेशानी पैदा होती है. गर्मियों में इसमें आग लगने की खबरें आती हैं, तो बारिश के सीजन में इसका झाग सड़कों पर फैलने को उतारू हो जाता है. इतना ही नहीं, आसपास के घर और दुकान तक में झील का झाग पहुंच जाता है.
सरकार और प्राधिकरण की ओर से अक्सर इसका समाधान निकालने की बात होती है लेकिन मामला जस का तस बना हुआ है. कुछ महीने के लिए झील का झाग शांत रहता है लेकिन जैसे ही गर्मी या बारिश का मौसम शुरू होता है, इससे परेशानी बढ़ जाती है. झाग शांत करने के लिए पानी की फुहारें जब तक दी जाती हैं, झाग शांत रहता है. बाद में फिर ऊपर उठना शुरू हो जाता है. आसपास के लोगों का कहना है कि सुबह-शाम फुहारे डालने से झाग तो ठीक रहता है लेकिन रात में पानी का छिड़काव बंद करने से सुबह तक झाग पूरा फैल जाता है.