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आज से CoWIN एप पर मिलेगी कोरोना की नेजल वैक्सीन, प्राइवेट अस्पताल में ले सकेंगे डोज

दुनिया की पहली नेजल वैक्सीन को भारत के ड्रग्स रेगुलेटर ने 6 सितंबर को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी. इसे भारत बायोटेक और अमेरिका की वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी ने मिलकर बनाया है. इस नेजल वैक्सीन बूस्टर डोज के तौर पर 18 साल से ऊपर के उन लोगों को दी जा सकेगी, जिन्होंने कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दोनों खुराकें ली हों.

फाइल फोटो फाइल फोटो
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:03 PM IST

केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज के तौर पर भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने नेजल वैक्सीन को ऐसे समय पर मंजूरी दी है, जब चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोविड के मामलों में तेजी देखी गई है. इस वैक्सीन को सरकार ने CoWIN ऐप पर आज से ही शामिल किया है. नेजल वैक्सीन शुरुआत में प्राइवेट अस्पतालों में लग सकेगी.  

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भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशील्ड और कोवोवैक्स, रूसी स्पुतिनिक वी और बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की कॉर्बेवैक्स वैक्सीन के बाद अब नेजल वैक्सीन को भी कोविन पोर्टल पर लिस्ट किया गया है. भारत बायोटेक की इस नेजल वैक्सीन का नाम BBV154 है. 

भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन बूस्टर डोज के तौर पर 18 साल से ऊपर के उन लोगों को दी जा सकेगी, जिन्होंने कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दोनों खुराकें ली हों. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑफ इम्यूनाइजेशन (NTAGI) के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने बताया कि इंट्रा नेजल वैक्सीन को अब एहतियाती (बूस्टर) खुराक के रूप में मंजूरी दी गई है.  

4 हजार लोगों पर हुआ था ट्रायल 

हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने नेजल वैक्सीन का 4 हजार वॉलिंटियर्स पर क्लीनिकल ट्रायल किया था. इनमें से किसी पर इसका कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला. अगस्त महीने में तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के बाद साफ हो गया था कि BBV154 वैक्सीन इस्तेमाल के लिए सुरक्षित है. BBV154 के बारे में भारत बायोटेक ने बताया कि इस वैक्सीन को नाक के जरिए दिया जाता है. यह भी कहा गया कि यह वैक्सीन किफायती है जो कि कम और मध्यम आय वाले देशों के लिए ठीक रहेगी. बताया गया है कि यह वैक्सीन इंफेक्शन और संक्रमण को कम करेगी. 

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नाक के जरिए दी जाएगी वैक्सीन

भारत के औषधि महानियंत्रक DCGI ने भारत बायोटेक की इंट्रा नेजल कोविड वैक्सीन (Intranasal Covid vaccine) को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी थी. यह वैक्सीन नाक के जरिए स्प्रै करके दी जाती है, मतलब वैक्सीन लेने वाले की बांह पर टीका नहीं लगाया जाता. भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का नाम BBV154 है. 

नेजल वैक्सीन काम कैसे करती है?  

कोरोना समेत ज्यादातर वायरस म्युकोसा के जरिए शरीर में जाते हैं. म्युकोसा नाक, फेफड़ों, पाचन तंत्र में पाया जाने वाला चिपचिपा पदार्थ होता. नेजल वैक्सीन सीधे म्युकोसा में ही इम्युन रिस्पॉन्स पैदा करती है, जबकि मस्कुलर वैक्सीन ऐसा नहीं कर पाती.  

कोविड नियमों का पालन करने की सलाह 

केंद्र सरकार ने लोगों को बूस्टर डोज लेने, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोविड नियमों का पालने की करने की सलाह दी है. बीते गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने का आग्रह किया था. साथ ही अधिकारियों को विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया था.   

 

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