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नए रोल में अमित शाह, जानें गुजरात से दिल्ली तक उनका सफर

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अब मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले अमित शाह को वित्त मंत्री बनाया जा सकता है.

शपथ ग्रहण समारो‍ह के दौरान अमित शाह, नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह(फोटो-Reuters) शपथ ग्रहण समारो‍ह के दौरान अमित शाह, नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह(फोटो-Reuters)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 मई 2019,
  • अपडेटेड 7:42 AM IST

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अब मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले अमित शाह को वित्त मंत्री बनाया जा सकता है. वो छात्र जीवन से ही राजनीति से जुड़ गए थे. साल 2014 में अमित शाह को भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था, तब से अब तो वो इस पद पर काबिज हैं. हालांकि अब उनकी जगह जेपी नड्डा बीजेपी अध्यक्ष बनाया जा सकता है.

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अमित शाह के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने कई चुनाव जीते और नए कीर्तिमान स्थापित किए. उनके नेतृत्व में इस बार बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की. अमित अनिलचंद्र शाह का जन्म 22 अक्‍टूबर 1964 को मुंबई में हुआ था. आइए जानते हैं, उनके जीवन से जुड़े हर पहलू को.....

1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ठीक उलट भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह गुजरात के एक रईस परिवार से ताल्लुक रखते थे.

2. वो गुजरात के मनसा में प्लास्टिक के पाइप का पारिवारिक बिजनेस संभालते थे.

3. उन्होंने मेहसाणा से शुरुआती पढ़ाई की थी और फिर बॉयोकेमिस्ट्री की पढ़ाई अहमदाबाद से की.

4. अमित शाह ने बॉयोकेमिस्ट्री में बीएससी किया था और फिर पिता का बिजनेस संभालने में जुट गए थे.

5. वो बचपन से ही आरएसएस से जुड़ गए. कॉलेज के दिनों में वो आरएसएस के स्वयंसेवक भी बने थे.

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6. साल 1982 में नरेंद्र मोदी से उनकी पहली मुलाकात हुई और ये दोस्ती में बदल गई.

7. साल 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े थे और यहीं से उनका राजनीतिक करियर शुरू हुआ था.

8. अमित शाह ने नरेंद्र मोदी से एक साल पहले यानी साल 1986 में भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन किया.

9. साल 1987 में अमित शाह भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्य बने.

10. साल 1999 में अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक (एडीसीबी) के प्रेसिडेंट चुने गए.

11. साल 1997 में मोदी ने सरखेज के उपचुनाव में अमित शाह को उतारने की सलाह दी.

12. अमित शाह फरवरी 1997 में उपचुनाव जीतकर विधायक बने और साल 1998 के चुनाव में अपनी सीट बरकरार रखी.

13. साल 1997 से 2012 तक वो सरखेज से विधायक रहे और साल 2009 में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट बने.

14. इसके बाद साल 2013 में अमित शाह नरनपुरा से विधायक चुने गए.

15. साल 2014 में नरेंद्र मोदी के पद छोड़ने के बाद GCA के प्रेसिडेंट बने.

16. उन्होंने साल 2003 से 2010 तक गुजरात सरकार की कैबिनेट में गृह मंत्रालय का जिम्मा संभाला.

17. अमित शाह को साल 1991 में पहला बड़ा राजनीतिक मौका उस समय मिला, जब लालकृष्ण आडवाणी के लिए गांधीनगर संसदीय क्षेत्र में उन्होंने चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाला.

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18. इसी तरह का मौका 1996 में भी अमित शाह के पास आया. जब अटल बिहारी वाजपेयी ने गुजरात से चुनाव लड़ना तय किया. मोदी के कहने पर उस चुनाव की पूरी जिम्मेदारी फिर से अमित शाह को ही सौंपी गई. उस समय वाजपेयी पूरे देश में पार्टी का प्रचार कर रहे थे. उन्होंने अपने क्षेत्र में न के बराबर समय दिया. पूरा दारोमदार अमित शाह ने अपने कंधे पर उठाया.

19. 2002 में नरेंद्र मोदी की सरकार में सबसे कम उम्र के अमित शाह को गृह (राज्य) मंत्री बनाया गया.

20. अभी तक अमित शाह ने कुल 42 छोटे-बड़े चुनाव लड़े लेकिन उनमें से एक में उन्होंने हार का सामना नहीं किया.

21. सोहराबुद्दीन शेख की फर्जी मुठभेड़ के मामले में अमित शाह को 2010 में गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा. शाह पर आरोपों का सबसे बड़ा हमला खुद उनके बेहद खास रहे गुजरात पुलिस के निलंबित अधिकारी डीजी बंजारा ने किया.

22. 2014 लोकसभा चुनाव में यूपी में बीजेपी प्रभारी रहे, जिसमें उन्‍होंने पार्टी को शानदार सफलता दिलवाई.

23. 9 जुलाई 2014 को बीजेपी के अध्यक्ष चुने गए.

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