Advertisement

थोड़ी भी शर्म बची हो तो राज्यसभा सदस्यता छोड़ दें शरद यादवः जदयू

बिहार के तीन दिवसीय दौरे के दौरान जगह-जगह जनसभाओं में शरद यादव ने कहा कि नीतीश कुमार की जनता दल यू सरकारी दल है जबकि उनका जनता दल यू आम लोगों का है.

नीतीश के बीजेपी के साथ जाने से नाराज हैं शरद यादव नीतीश के बीजेपी के साथ जाने से नाराज हैं शरद यादव
सुजीत झा/नंदलाल शर्मा
  • पटना ,
  • 13 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 9:33 PM IST

जनता दल यूनाइटेड ने पहले शरद यादव को राज्यसभा के नेता के पद से हटाया अब कह रहे हैं कि शरद यादव में थोड़ी भी शर्म बची हो तो वो खुद ही राज्यसभा सांसद के पद से इस्तीफा दे दें. बिहार में नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की वजह से शरद यादव ने बागी तेवर अपना लिया है और वो बिहार की जनता का मन टटोलने के लिए तीन दिनों तक बिहार का दौरा किया.

Advertisement

इस दौरान जगह-जगह जनसभाओं में शरद ने कहा कि नीतीश कुमार की जनता दल यू सरकारी दल है जबकि उनका जनता दल यू आम लोगों का है.

जनता दल यू के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा है कि जिसे शरद यादव सरकारी जनता दल कह रहे हैं उसी जनता दल यू के 71 सांसदों ने उन्हें राज्यसभा भेजा है, इसलिए उन्हें राज्यसभा के सांसद पद से खुद इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि शरद यादव जनता के बीच कह रहें है कि 2015 का जनादेश महागठबंधन को मिला था सही बात है, लेकिन जनादेश भ्रष्ट्राचार होने के लिए जनता ने नहीं दिया था.

जेडीयू ने शनिवार को राज्यसभा के नेता पद से शरद यादव को हटा कर आरसीपी सिंह को नेता बनाया. अब उनकी राज्यसभा की सदस्यता पर भी खतरा है. जनता दल यू ने 19 अगस्त को राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक बुलाई है. अगर शरद यादव उसमें शामिल नहीं होते हैं तो उनको पार्टी से निकालना तय है.

Advertisement

आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव लगातार कह रहे हैं कि आरजेडी का जनता दल यू हेडेड बाई शरद यादव और कांग्रेस के साथ बिहार में महागठबंधन जारी रहेगा. मतलब साफ है जनता का मन टटोलने के बाद और जनता दल यू से निकाले जाने के बाद शरद यादव नई पार्टी भी बना सकते हैं लेकिन जनता दल यू के नाम को लेकर दावा दोनों तरफ से ही होगा.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement