
बिहार में बीजेपी और जेडीयू के बीच सीटों के बंटवारे का मसला सुलझ गया है. शुक्रवार को इस मुद्दे को लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के बीच मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच लोकसभा में सूबे की बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति बनी.
बीजेपी-जेडीयू के दो फॉर्मूले
वहीं सूत्रों के मुताबिक बीजेपी और जेडीयू दो फॉर्मूले पर काम कर रही हैं. पहले फॉर्मूले के मुताबिक अगर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी एनडीए के साथ बनी रहती है तो बीजेपी और जेडीयू 16-16 सीटों पर लड़ेंगी. वहीं रामविलास पासवान की पार्टी लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) 6 सीट और आरएलएसपी 2 सीट पर लड़ सकती है.
वहीं, अगर कुशवाहा एनडीए से अलग होते हैं तो बीजेपी और जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि लोकजनशक्ति पार्टी 6 सीट पर लड़ेगी. सूत्रों के मुताबिक इसपर भी चर्चा हो रही है कि रामविलास पासवान को अगले साल असम से राज्यसभा के लिए भेज दिया जाए.
अगर ऐसा होता है तो एलजेपी 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और एक सीट अरुण कुमार को दे दी जाएगी. बता दें कि अरुण कुमार हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा से अलग हुए हैं.
दोनों पार्टियां बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगी: नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सीटों को लेकर बातचीत हो चुकी है. अमित शाह द्वारा की गई घोषणा पर सहमति बन गई है. दोनों पार्टियां बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.(प्रेस कॉन्फ्रेंस देखने के लिए यहां पर क्लिक करें )
इस दौरान उन्होंने कहा कि किस सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा, इस पर जल्द घोषणा कर दी जाएगी. अमित शाह ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा और रामविलास पासवान हमारे साथ बने रहेंगे. सभी पार्टियों के बिहार के नेता मिलकर सीटों पर फैसला लेंगे. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के आधारहीन प्रचार को जनाधार नहीं मिलेगा.
आपको बता दें कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. 2014 के चुनाव में 40 सीटों में से 31 पर एनडीए ने सफलता पाई थी जिसमें 22 सीटें बीजेपी, 6 सीटें लोक जनशक्ति पार्टी और 3 राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी को मिली थी. अकेले चुनाव लड़ी जेडीयू को महज 2 सीटों पर संतोष करना पड़ा था.