वायु सेना प्रमुख ने कहा- चीन के खिलाफ मजबूत स्‍थ‍िति में भारत

पिछले साल डोकलाम विवाद पर समझौता करने के बाद चीन ने एक बार फिर अपनी सक्रियता इस क्षेत्र में बढ़ा दी है. डोकलाम मामला भारत के लिए हमेशा से कमजोर कड़ी रहा है.

Advertisement
वायु सेना प्रमुख बीरेंद्र सिंह धनोवा वायु सेना प्रमुख बीरेंद्र सिंह धनोवा
रणविजय सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 22 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 3:12 PM IST

भारतीय वायु सेना प्रमुख बीरेंद्र सिंह धनोवा का कहना है कि चीन के खिलाफ वायु सेना मजबूत स्‍थ‍िति में है. सभी जरूरी साजो सामान के लिए सरकार को बजट भेजा गया है. बता दें, डोकलाम विवाद को लेकर चीन और भारत के बीच काफी समय से खींचतान जारी है. इसके मद्देनजर वायु सेना प्रमुख का ये बयान काफी मायने रखता है.

Advertisement

पिछले साल डोकलाम विवाद पर समझौता करने के बाद चीन ने एक बार फिर अपनी सक्रियता इस क्षेत्र में बढ़ा दी है. डोकलाम मामला भारत के लिए हमेशा से कमजोर कड़ी रहा है. इससे पहले, द प्रिंट की जानकारी के मुताबिक चीन ने क्षेत्र के उत्तरी हिस्से को पूरी तरह से अपने नियंत्रण में ले लिया है.

भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि चीन उत्तरी डोकलाम में अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा रहा है. उन्होंने कहा था, "यह भूटान और चीन के बीच एक विवादित क्षेत्र है. यहां से चीनी सेना सैन्य बलों की तैनाती में कुछ कमी लानी चाहिए. लेकिन यह हो सकता है कि चीन सर्दी गुजरने के बाद अपने फोर्स में कमी लाए. अब हमें देखना और इंतजार करना होगा."

एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, सिक्किम-भूटान-तिब्बत की त्रिकोणीय सीमा के पास डोकलाम क्षेत्र में 1,600 से 1,800 चीनी सैन्य दस्ता मौजूद है, जो वहां उसके स्थायी बेस को दर्शाता है. साथ ही वहां 2 निर्माणीधीन हैलीपैड, अपग्रेडेड नई सड़कें, ठंड से बचने के लिए बनाए गए शेल्टर्स मौजूद थे.

Advertisement

बता दें, वायु सेना प्रमुख का ये बयान उस वक्‍त आया है जब आज सुबह ही भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. स्‍वाभाविक है कि ब्रह्मोस के सफल परीक्षण से सेना का मनोबल बढ़ा है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement