
देश के पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी देवगौड़ा आज जन्मदिन है और वह 86 साल के हो गए हैं. कर्नाटक की राजनीति में देवगौड़ा का बड़ा प्रभाव माना जाता है. अभी भी उनकी पार्टी जेडीएस सूबे में कांग्रेस के साथ सरकार में हैं. उनके बेटे कुमारस्वामी कर्नाटक के मुख्यमंत्री हैं. यहां की हासन लोकसभा सीट से एचडी देवगौड़ा लोकसभा सांसद हैं. इस बार के लोकसभा चुनाव में देवगौड़ा हासन से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं क्योंकि उन्होंने इस सीट से अपने पोते प्रज्वल रेवन्ना को जेडीएस उम्मीदवार घोषित किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर देवगगौड़ा को जन्मदिन की बधाई दी है और उनकी लंबी उम्र की कामना भी की है.
देवगौड़ा का सियासी सफर
देवगौड़ा का जन्म 18 मई 1933 के कर्नाटक के एक वोक्कालिगा परिवार हुआ, जो समुदाय ओबीसी वर्ग में आता है. उनके पिता डी. गौड़ा धान की खेती करते थे और मां का नाम देवाम्मा था. 50 के दशक में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद देवगौड़ा की शादी चेन्नमा से हुई, जिनसे उनकी 6 संतान हैं. उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं. एक और बेटे एचडी रेवन्ना कर्नाटक विधानसभा में विधायक हैं.
एचडी देवगौड़ा के राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस के साथ हुई और वह 1953-62 तक कांग्रेस के सदस्य रहे. साल 1962 में वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर होलेनारासिपुरा सीट से पहली बार विधायक चुने गए. इसके बाद 1989 तक लगातार 6 बार देवगौड़ा इसी सीट से विधानसभा चुनाव भी जीतते रहे. साल 1972-77 तक वह विधानसभा में नेता विपक्ष भी रहे और आपातकाल के दौरान 2 साल बेंगलुरु की जेल में कैद भी रहे.
एचडी देवगौड़ा आपातकाल में इंदिरा गांधी के विरोध के बाद वह 2 बार कर्नाटक में जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे. उन्होंने साल 1983 से 1988 के बीच वह कर्नाटक की जनता पार्टी सरकार में मंत्री पद भी संभाला. इसके बाद 1994 में उन्हीं की अगुवाई में जनता दल ने कर्नाटक में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की और उन्हें राज्य का 14वां मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया. मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान देवगौड़ा ने कई वैश्विक मंचों पर जाकर बहुराष्ट्रीय कंपनियों से कर्नाटक में निवेश की अपील भी की.