
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने ट्रेनों में मालिश और चंपी की सेवा देने के रेलवे के फैसले पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर कहा है कि महिला यात्रियों के सामने इस तरह की सर्विस ऑफर करना भारतीय संस्कृति के खिलाफ है.
बता दें कि पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल ने हाल ही इंदौर से आने जाने वाली 39 ट्रेनों में मालिश और चंपी की सेवा शुरू करने का ऐलान किया था. यह सेवा फिलहाल इंदौर से चलने वाली सिर्फ 39 ट्रेनों में ही उपलब्ध होगी.
इससे पहले इंदौर से बीजेपी के सांसद एमपी शंकर लालवानी ने भी इस सेवा पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि मेरी राय है कि रेल यात्रा के दौरान यात्रियों को जरूरी मेडिकल सुविधाएं और डॉक्टर्स उपलब्ध कराए जाएं. इस तरह की स्तरहीन सर्विस का कोई मतलब नहीं है.
सुमित्रा महाजन ने पीयूष गोयल को लिखे पत्र में कहा कि भारतीय रेल को आधुनिक, गतिशील एवं प्रौद्योगिकी अनुकूल बनाने की दिशा में आपके द्वारा किए गए प्रयासों की मैं प्रशंसा करती हूं. आशा है कि भविष्य में रेल मंत्रालय यात्रियों के लिए उत्कृष्टतम सुविधाएं उपलब्ध कराएगा.
उन्होंने आगे लिखा कि इस संबंध में, मैं आपका ध्यान रतलाम रेल मंडल द्वारा हाल ही में इंदौर की 39 ट्रेनों में मसाज की सुविधा उपलब्ध कराने संबंधी एक समाचार की ओर से आकृष्ट करना चाहती हूं. इस संबंध में मेरे कुछ प्रश्न हैं, जिनके उत्तर मैं जानना चाहती हूं.
सुमित्रा महाजन ने रेल मंत्री से पूछे ये सवाल
- क्या वास्तव में रतलाम रेल मंडल द्वारा यात्रियों के लिए चलती ट्रेन में कोई मसाज की सुविधा कराई जाने वाली है ? क्या इस नीतिगत फैसले को मंत्रालय की मंजूरी है ?
- इस प्रकार की सुविधा के लिए चलती ट्रेन में किस तरह व्यवस्था की जाएगी. क्योंकि इसमें यात्रियों विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा और सहजता के संबंध में कुछ प्रश्न हो सकते हैं ?
- क्या इंदौर स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर मसाज पार्लर खोले जाने का भी कोई प्रस्ताव है ?
- यदि लंबी दूरी की ट्रेनों में ऐसी कुछ सुविधा उपलब्ध होने जा रही है तो उसकी दर, अवधि इत्यादि क्या होगी ?
रेलवे के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इससे यात्रियों की सुविधा के साथ रेलवे को भी प्रतिवर्ष लगभग रु. 20 लाख की अतिरिक्त आय के साथ ही करीब रु. 90 लाख की अतिरिक्त टिकट की भी बिक्री होने का अनुमान लगाया गया है.
इन ट्रेनों में मिलेगी सुविधा
यह सेवा फिलहाल इंदौर से चलने वाली सिर्फ 39 ट्रेनों में ही उपलब्ध होगी. रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि देहरादून-इंदौर एक्सप्रेस (14317), नई दिल्ली-इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस (12416) और इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस (19325) जैसी अहम ट्रेनें भी इसमें शामिल हैं.
रेलवे के समक्ष यह प्रस्ताव पश्चिमी रेलवे जोन के रतलाम डिवीजन ने रखा था. इसके लिए हर गाड़ी में 3 से 4 ट्रेंड मसाज करने वाले रखे जाएंगे. यात्रियों को सिर और पैर की मसाज के लिए 100 से लेकर 300 रूपए तक का भुगतान करना पड़ सकता है.
रेलवे में मसाज का लुत्फ उठाने के लिए पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य होगा. दगोल्ड स्कीम में मालिश करने वाला 15 से 20 मिनट तक जैतून या कम चिपकने वाले तेल से मालिश करने की फीस 100 रु. तो वहीं डायमंड मसाज के तहत तेल और क्रीम के साथ 200 रु. का शुल्क लिया जाएगा. तो वहीं प्लैटिनम स्कीम के तहत खास तरीके के तेल और क्रीम के साथ मसाज और चंपी करने का 300 रु. वसूला जाएगा.