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कर्नाटक: बागी विधायकों पर फैसला बाकी, अभी दावा पेश नहीं करेगी BJP

बीजेपी को राज्यपाल से मिलने या उनसे वक्त लेने की कोई जल्दी नहीं है क्योंकि बागी विधायकों की किस्मत का फैसला होना अभी बाकी है.

बीएस येदियुरप्पा की फाइल फोटो बीएस येदियुरप्पा की फाइल फोटो
नागार्जुन
  • बेंगलुरु,
  • 24 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 6:16 PM IST

कर्नाटक की 14 महीने पुरानी कांग्रेस-जनता दल सेकुलर (जेडीएस) गठबंधन सरकार मंगलवार को गिर गई. इसके बाद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया. कहा जा रहा है कि बीजेपी अपने प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा को विधायक दल के नेता के तौर पर चुनेगी और राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी.

इस बीच एक खबर यह भी आ रही है कि बीजेपी को राज्यपाल से मिलने या उनसे वक्त लेने की कोई जल्दी नहीं है क्योंकि बागी विधायकों की किस्मत का फैसला होना अभी बाकी है.

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कर्नाटक विधानसभा के 15 बागी विधायकों के इस्तीफे अभी स्पीकर के समक्ष लंबित हैं. बागी विधायक अपनी गुहार लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचे थे, जहां उन्हें पिछले सत्र के लिए राहत मिली थी. बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को अगर फ्लोर टेस्ट पास करना है तो बागी विधायक कांग्रेस-जेडीएस के व्हिप में फंस सकते हैं.

ऐसे में कहा जा रहा है कि बागी विधायक फिर से सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं और कह सकते हैं कि स्पीकर ने उनके इस्तीफे पर अब तक कोई फैसला नहीं किया है. दिल्ली से बीजेपी के नेता बतौर पर्यवेक्षक गुरुवार को बेंगलुरु पहुंच रहे हैं. इन नेताओं में अभी राय मशविरा होना बाकी है. इसलिए बीजेपी नेताओं को राज्यपाल से मिलने में 2-4 दिन का वक्त लग सकता है.

कांग्रेस-जेडीएस के 15 बागी विधायकों के अपनी-अपनी विधानसभाओं से इस्तीफा देने के बाद 225 सदस्यीय सदन की संख्या घटकर 210 रह गई, जिसमें बहुमत के लिए 106 सदस्य होने जरूरी हैं. बीजेपी को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के एकलौते विधायक एन. महेश के भी समर्थन मिलने की उम्मीद है. मंगलवार को सदन में फ्लोर टेस्ट के दौरान गैर हाजिर रहने पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था.

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गौरतलब है कि विधानसभा में मंगलवार को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के नेतृत्व में कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार विश्वास मत हासिल नहीं कर सकी. 225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत के लिए 20 विधायक सदन में हाजिर नहीं हुए थे.

विधानसभा अध्यक्ष के. आर. रमेश कुमार ने विश्वास मत के बाद सदन के सदस्यों को बताया कि मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी विश्वास मत हासिल नहीं कर सके. उन्होंने बताया कि विश्वास मत के पक्ष में 99 जबकि इसके खिलाफ 105 मत पड़े. इसके साथ ही बीजेपी ने कहा कि वह कर्नाटक में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी.

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