
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहला इंटरव्यू आजतक को दिया. टीवी टुडे नेटवर्क के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने उनसे कई मुद्दों पर सवाल किए. दागी नेताओं के लिए शरणस्थली बन गई है बीजेपी? इस सवाल पर अमित शाह ने खुलकर जवाब दिया.
अमित शाह ने कहा कि अगर कोई पार्टी बदलता है तो उसका मैं स्वागत करता हूं. अगर लोग चुनते हैं तो हम उनका स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त दल-बदल करना इतना भी बुरा नहीं होता. जनादेश से पहले के दल-बदल को मैं गलत नहीं मानता हूं.
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के जेल में होने के सवाल पर अमित शाह ने कहा, 'मैं साफ कर देना चाहता हूं कि जब चिदंबरम गृह मंत्री थे या अब जब मैं गृह मंत्री हूं, सीबीआई गृह मंत्रालय के अधीन काम नहीं करती है. वह स्वतंत्र निकाय है. उन्होंने कहा कि मुझ पर कभी भी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे, लेकिन फेक एनकाउंटर के आरोप लगे. हालांकि ये आरोप सही साबित नहीं हो सके और मैं निर्दोष साबित हुआ. अगर वह निर्दोष हैं तो कोर्ट उन्हें छोड़ देगी.
प्रफुल्ल पटेल के मामले में अमित शाह ने कहा कि उनको समझौते के बारे में स्थिति साफ करनी चाहिए. उनका इकबाल मिर्ची के साथ किस तरह का करार था, यह उन्हें बताना चाहिए. बता दें कि प्रफुल्ल पटेल के पास सीजे हाउस में दो फ्लैट का स्वामित्व है. हालांकि किसी भी तरह से गलत काम से पटेल ने इनकार किया है. सूत्रों का दावा है कि जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि बिल्डिंग के तीसरे और चौथे फ्लोर को इकबाल मिर्ची के परिवार ने प्रफुल्ल पटेल को 2007 में ट्रांसफर किया था.
आजतक से बोले अमित शाह- देशभर में लागू करेंगे NRC, सिटीजन बिल भी लाएंगे
इकबाल मिर्ची की साल 2013 में मौत हो गई थी. इकबाल मिर्ची अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का सहयोगी था. प्रवर्तन निदेशालय से जुड़ सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी के पास ऐसी जानकारी है जिसमें साल 2007 में इकबाल मिर्ची और प्रफुल्ल पटेल के बीच सीजे हाउस प्रॉपर्टी के संबंध में कॉन्ट्रैक्ट की बात सामने आई है.
क्या पति-पत्नी की सोच मिलनी चाहिएः शाह
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति के भारतीय अर्थव्यवस्था की खराब हालत को लेकर आलोचना किए जाने पर अमित शाह ने कहा कि क्या आप चाहते हैं कि पति की सोच पत्नी की सोच से मिलना ही चाहिए. यह एक ओझी सोच है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति और आंध्र प्रदेश सरकार के पूर्व संचार सलाहकार पराकला प्रभाकर ने एक अंग्रेजी अखबार में लेख लिखकर कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत खराब है और इसे सुधारने के लिए सरकार को जरूरी कदम उठाने चाहिए. सरकार इस संकट से निपटने के लिए कोई रोडमैप नहीं पेश कर सकी है.