
आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर बीजेपी और टीडीपी के बीच पहले ही तलवारें खिंच चुकी हैं अब बीजेपी की ओर से राज्य के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू पर हमले भी शुरू हो गए हैं. बता दें कि आंध्र में अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव होने हैं.
बीजेपी महासचिव राम माधव ने टीडीपी के हंगामे को राजनीतिक ड्रामा करार दिया है. राममाधव ने कहा कि केंद्र सरकार आंध्र के विकास के लिए कदम उठा रही है और केंद्र की ओर से किए गए हर वादे को पूरा करने के लिए तैयार है. लेकिन चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए के साथ विश्वासघात किया है.
राम माधव ने नायडू पर हमला करते हुए कहा कि नायडू वादा खिलाफी के लिए जाने जाते हैं और उनका पुराना इतिहास रहा है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी चंद्रबाबू कई बार दल-बदल कर चुके हैं. राम माधव ने कहा कि हमारे पास पर्याप्त संख्याबल है और अविश्वास प्रस्ताव से सरकार को किसी भी तरह कोई खतरा नहीं है.
बता दें कि आंध्र के लिए विशेष दर्जे की मांग को पूरी न होने पर बीते दिनों टीडीपी ने एनडीए सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है साथ ही टीडीपी के 2 मंत्री पहले ही केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा दे चुके हैं. यही नहीं टीडीपी सोमवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर भी आई थी लेकिन हमामे के बीच उसपर चर्चा नहीं हो सकी.
आंध्र में चुनाव के रणनीति को लेकर शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य के बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में राम माधव और पार्टी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव भी शामिल हुए थे. बैठक में तय किया गया कि राम माधव सेंट्रल बीजेपी और स्टेट बीजेपी के बीच तालमेल का काम देखेंगे. इसमें प्रदेश स्तर पर संगठन के फैसलों में भी राम माधव की बड़ी भूमिका रहेगी.
राज्य में आगामी चुनाव की वजह से स्थानीय दलों राज्य के मुद्दों को पूरे जोर-शोर से दिल्ली में उठा रहे हैं. वाईएसआर कांग्रेस और टीआरएस भी केंद्र सरकार पर हमलावर है. वाईएसआर कांग्रेस तो लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश कर चुकी है और पार्टी प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने विपक्षी दलों से प्रस्ताव को समर्थन करने की अपील भी की थी.