
जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ के एक जवान की बुधवार को पाकिस्तानी गोलीबारी में मौत हो गई. बीएसएफ में हेड कॉन्सटेबल का बुधवार को ही जन्मदिन भी था.
पाकिस्तान की भारतीय चौकी पर यह गोलीबारी बिना उकसावे की थी. साल 2018 में पाकिस्तान द्वारा यह इस तरह की पहली घटना है.
हेड कांस्टेबल आरपी हाजरा की उम्र 50 साल थी. बुधवार शाम करीब चार बजे हाजरा पाकिस्तानी सीमा की ओर से हुई गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में सीमा पार से गोलीबारी की थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गोली लगने से घायल जवान को तुरंत पास के ही एक चिकित्सा केंद्र पर ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.
दस्तावेजों के मुताबिक आरपी हाजरा का जन्म 1967 में आज ही के दिन हुआ था. बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान की इस कार्रवाई के बाद जवाबी गोलीबारी की गई है.
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले हाजरा ने बीएसएफ में करीब 27 साल सेवाएं दीं. उनकी 21 साल की एक बेटी और 18 साल का एक बेटा है.
इस घटना से कुछ दिन पहले पिछले साल 31 दिसंबर को राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर सेना के एक जवान की मौत हुई थी.
32 साल के सिपाही जगसीर सिंह राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर सीमापार से पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलियां चलाई थीं. 2017 में पाकिस्तान ने बीते दशक में सबसे ज्यादा संघर्षविराम का उल्लंघन किया जिससे सेना के 19 और बीएसएफ के चार जवान समेत 35 लोगों की मौत हुई थी.
23 दिसंबर को राजौरी में नियंत्रण रेखा पर सेना के एक मेजर और तीन सैनिक शहीद हुए थे और दो दिन बाद जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैनिकों ने पाक के कब्जे वाले कश्मीर में तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था.