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मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले नेता की तलाश में लखनऊ और बलिया में छापेमारी, फरार

लखनऊ के हजरतगंज में गुरुवार सुबह भारी संख्या में बीएसपी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी और दयाशंकर के खिलाफ नारे लगाकर विरोध जताया.

दयाशंकर के खिलाफ केस दर्ज दयाशंकर के खिलाफ केस दर्ज
अमित कुमार दुबे
  • नई दिल्ली,
  • 21 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 1:47 PM IST

बीएसपी प्रमुख मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले नेता दयाशंकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है. लखनऊ पुलिस केसरबाग स्थित उनके आधिकारिक आवास पहुंची, लेकिन वह वहां नहीं मिले.

उधर, दयाशंकर सिंह की तलाश में बलिया पुलिस भी जुटी हुई है. गुरुवार सुबह पुलिस बलिया स्थित उनके आवास में पहुंची लेकिन वह वहां भी नहीं मिले. दयाशंकर के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज कराई गई है.

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बीएसपी कार्यकर्ताओं ने शुरू किया विरोध-प्रदर्शन
दयाशंकर के बयान पर आपत्ति जताते हुए बीएसपी कार्यकर्ता बीजेपी नेता के खिलाफ सड़क पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. लखनऊ के हजरतगंज में गुरुवार सुबह भारी संख्या में बीएसपी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी और दयाशंकर के खिलाफ नारे लगाकर विरोध जताया.

दयाशंकर के खिलाफ केस दर्ज
बीएसपी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी का आरोप है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर दयाशंकर सिंह ने मायावती के खिलाफ अपशब्द का इस्तेमाल किया. बीएसपी सांसद और मायावती के सलाहकार सतीशचंद्र मिश्र ने कहा कि वो इस मामले को अदालत में लेकर जाएंगे. जबकि बसपा नेता मेवालाल ने लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में इस बयान के लिए दयाशंकर के खि‍लाफ एफआईआर दर्ज करा दी.

बीजेपी से 6 साल के लिए दयाशंकर निष्कासित
वहीं यूपी बीजेपी उपाध्‍यक्ष दयाशंकर सिंह के बयान को तुल पकड़ते ही पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. दरअसल दयाशंकर सिंह ने मंगलवार को टिकट बिक्री मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि मायावती जिस तरह से मोलभाव कर रही हैं इस तरह एक वेश्या भी अपने पेशे को लेकर नहीं करती. उन्होंने ने मऊ में यह विवादित बयान दिया.

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मायावती ने संसद में सरकार को घेरा
राज्यसभा में समूचे विपक्ष ने बयान देने वाले बीजेपी नेता को गिरफ्तार करने के साथ निंदा प्रस्ताव लाने की मांग की. संसद में गुरुवार को बीजेपी दलितों के मुद्दे पर अपने नेता के बयान के बाद बैकफुट पर आ गई. इस मामले में राज्यसभा में पूरा विपक्ष मायावती के साथ में सरकार के खिलाफ एकजुट हो गया. विपक्ष ने बयान देने वाले दयाशंकर सिंह को एससी-एसटी एक्ट में गिरफ्तार करने की मांग की.

दयाशंकर ने मांगी माफी
विवाद बढ़ने पर पार्टी आलाकमान के दवाब में दयाशंकर सिंह ने अपने बयान पर मायावती से माफी मांग ली है. उन्होंने बयान पर खेद जताते हुए कहा कि अगर मायावती चाहती हैं तो वो जेल जाने को भी तैयार हैं. दयाशंकर ने सफाई दी कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है. उन्होंने कहा कि अगर मेरी बात से कोई आहत है तो मैं खेद प्रकट करता हूं. बीजेपी नेता ने कहा था कि आरके चौधरी और स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरोप लगाया था कि मायावती पैसा लेकर टिकट देती हैं और टिकट काट भी देती हैं तो ये उनके चरित्र में हैं और मैंने कहा था कि ये चरित्र संकट है.

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