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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र की शुरुआत हो गई है. राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण सरकार की उपलब्धियों का बखान किया है और भविष्य के एजेंडे को पेश किया. अभिभाषण के बाद विपक्ष ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अभिभाषण में कुछ भी नया नहीं है, सभी पुरानी योजनाओं का ही जिक्र किया गया है. खड़गे ने कहा कि पुरानी शराब को नया लेबल लगाकर पेश किया गया है.
खड़गे ने कहा कि इस बजट सत्र में बहस के लिए कोई समय ही नहीं मिलेगा. सरकार की ओर से बिलों को आखिरी समय पर पेश किया जा रहा है. इससे संसद में लोकतंत्र में कमी आई है. सरकार बातों को संजीदगी से नहीं ले रही है.
आपको बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण में तीन तलाक बिल, सामाजिक न्याय, महिलाओं के लिए सरकार की नीति, किसानों के लिए सरकार का काम आदि के बारे में बताया. कोविंद ने अभिभाषण में ग्रामीण विकास, डिजिटल इंडिया की बात की.
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मोदी की अपील- पास करवाएं तीन तलाक बिल
बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि इस बजट सत्र में मैं सभी राजनीतिक दलों से अपील करूंगा कि तीन तलाक बिल को पास करवाएं. और मुस्लिम महिलाओं को नए साल का तोहफा दें.
बजट सत्र के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि ये सत्र महत्वपूर्ण है, पूरा विश्व भारत की अर्थव्यवस्था के प्रति आशावान हैं. भारत की प्रगति पर दुनिया की सभी एजेंसियों ने मुहर लगाई है. मोदी ने कहा कि ये बजट देश की तेज गति से आगे बढ़ रही अर्थव्यवस्था को और भी ऊर्जा देगा.